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माँ-बेटे ने मिलकर की थी युवती की हत्या, सिर कुचल बोरी में तालाब में फेंका था शव

सखानू। अलापुर क्षेत्र के कस्बा सखानू में बीस वर्षीय युवती की हत्या के बाद शव को तालाब में फेंके जाने के मामले में पुलिस ने खुलासा कर दिया है। युवती का माँ और भाई उसकी शादी करना चाहते थे लेकिन युवती अपने प्रेमी से शादी की जिद पर अड़ी थी, गैर समुदाय के युवक से शादी की जिद दोनों को नागवार गुजरी जिसके बाद उसकी हत्या कर दी गयी। पुलिस ने हत्या में इस्तेमाल दुपट्टा बरामद कर लिया है।

विगत 12 मार्च को सखानू कस्बे के तालाब में एक बोरी में बंद मिले युवती के शव के मामले में पुलिस ने उसकी माँ और भाई को गिरफ्तार कर लिया है। इंस्पेक्टर ओपी गौतम ने बताया कि युवती का एक दूसरे समुदाय के युवक से प्रेम सम्बन्ध था, जनवरी माह वह उसके साथ चली गयी थी जिसके बाद परिजनों की शिकायत उसे बरामद कर लिया गया था। तब उसने परिवार के साथ जाने की इच्छा जताई थी। घर वापस आने के बाद युवती अपने प्रेमी से ही शादी पर अड़ी थी लेकिन उसकी माँ नाजमीन और भाई फैजान अपनी मर्जी उसका निकाह करना चाहते थे।

हत्या के बाद दिल्ली लौट गया था फैजान

मृतक युवती के चार भाई हैं। इनमे दो बड़े भाइयों की शादी हो चुकी है। सबसे बड़ा भाई अपने बीबी बच्चों के साथ गुजरात और दूसरे नम्बर का भाई दिल्ली रहता है। जनवरी में जब युवती अपने प्रेमी के साथ गयी तब दोनों में से कोई घर नहीं आया था। वहीं तीसरे नम्बर का भाई और फैजान दिल्ली में पेंटिंग का काम करते है। युवती की गैर समुदाय के प्रेमी से शादी की जिद से फैजान नाराज था, 26 फरवरी को वह दिल्ली से घर आ गया। माँ-बेटे ने युवती समझाने की कोशिश की लेकिन वह मानने को तैयार नहीं हुई। इसके बाद 2 मार्च की रात दोनों ने ,मिलकर दुपट्टे से गला घोंटकर उसकी हत्या कर दी। शव की शिनाख्त न हो इसीलिए उसकी सिर भी कुचल दिया। हत्या के बाद उसकी शव बोरी में भरकर तालाब में डाल दिया। अगली सुबह फैजान वापस दिल्ली लौट गया।

घटना की अगली सुबह नाजमीन ने अपने पति शानेरजा को बताया कि बेटी फिर से उस युवक के साथ भाग गयी है। शानेरजा उसकी तलाश में उस युवक के घर भी गया लेकिन उसका कोई पता नहीं चला। पिता शानेरजा बेटी की गुमशुदगी की रिपोर्ट भी लिखवाना चाहता था लेकिन उसकी पत्नी नाजमीन ने इसका विरोध करते कह दिया कि वो ऐसे ही बार बार भागती रहेगी, अब तलाशने की कोई जरूरत नहीं है। जिसके बाद शानेरजा शांत हो गया।

परिवार ने शव को पहचानने से किया था इनकार

शुक्रवार(12 मार्च) सुबह को स्थानीय लोगों को तालाब में पड़े बोरे से दुर्गंध आ रही थी। सूचना पर अलापुर इंस्पेक्टर ओपी गौतम ने पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचकर तालाब से बोरी निकलवा खुलवाई तो उसमें एक युवती का शव निकला। जिसके बाद हडकंप मच गया। उसका सिर कुचला हुआ था और बोरी में सीमेंट की चार ईंटें भी भरी हुई थीं। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। कुछ देर बाद एसपी सिटी प्रवीन सिंह चौहान और सीओ दातागंज अंबिका प्रसाद भारद्वाज भी ने घटनास्थल पहुंचकर मुआयना किया। पुलिस ने हेड मोहर्रिर संतोष सिंह की तहरीर पर अज्ञात के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली।

पुलिस की शुरूआती छानबीन में पता चला कि लड़की स्थानीय निवासी है और पिछले कई दिनों से उसे किसी ने नहीं देखा है। इसके बाद पुलिस युवती के पिता को बुलाया तो उसने साफ इंकार कर दिया कि लाश उसकी बेटी की नहीं है। लेकिन कुछ ही वक्त बाद पिता ने बेटी का शव पहचान लिया था। वहीं युवती की माँ नाजमीन ने यह तक कह दिया कि वो घर से भागने के बाद ही हमारे लिए मर चुकी है। इंस्पेक्टर ओपी गौतम ने बताया कि युवती का शव बुरी तरह सड़ चुका था और सिर भी कुचला था इसीलिए पिता को शव पहचाने में दिक्कत हुई थी।

हमेशा के लिए दफन करना चाहते थे मामला

माँ-बेटे इस मामले को हमेशा के लिए दफन कर देना चाहते थे इसीलिए बोरी में ईंटें भी भर दी गयी ताकि बोरी तालाब में डूब जाए। करीबन 10 दिन तक उनका प्लान कामयाब भी रहा लेकिन पानी की वजह से शव फूलता गया और बोरी तालाब किनारे आ गयी। इस बीच शव भी बुरी तरह सड़ गया जिसकी दुर्गन्ध ने माँ-बेटे की प्लानिंग का पर्दाफाश कर दिया।

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