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बीमा एजेंट के खिलाफ उझानी पुलिस ने नहीं की कार्रवाई, व्यापारी ने की एसएसपी से शिकायत

उझानी(बदायूं)। नगर में दो दिन पहले बीमा एजेंट से हुए विवाद के मामले में व्यापारी ने एसएसपी से शिकायत की है। बीमा एजेंट मंगलवार व्यापारी की दुकान पर पहुँचा था, इसी बीच दोनों के बीच कहासुनी और मारपीट हुई थी। बीमा एजेंट ने व्यापारी की पत्नी से अभद्रता की थी। सूचना पर पहुंची पुलिस ने उसकी गाड़ी से तमंचा बरामद किया था जिसका वीडियो भी वायरल हुआ था। व्यापारी का आरोप है कि बीमा एजेंट डरा धमकाकर 11 लाख रुपए ठग चुका है। लेकिन इस मामले में पुलिस ने शिकायत दर्ज नहीं की बल्कि तमंचे को लेकर उसका चालान कर दिया। वहीं बीमा एजेंट के राजनैतिक और पुलिस सम्बन्धों को लेकर भी तरह तरह की चर्चाएँ हैं, इसका ऑडियो-वीडियो वायरल हुआ था।

साहूकारा मोहल्ला निवासी सोनू वार्ष्णेय की कछला रोड पर हलवाई चौक मार्केट में साड़ियों की दुकान है। सोनू के मुताबिक उसने मिल कंपाउंड निवासी एजेंट सन्नी अनेजा से पॉलिसी कराई थी लेकिन 2019 में किस्त टूट गई तो एजेंट ने उन्हीं पॉलिसी को फिर से चालू करा देने के नाम पर तीन स्टांप पेपर पर हस्ताक्षर करा लिए। इसके बाद कमेटी का सदस्य बनाकर 12 हजार रुपये प्रतिमाह भी लेता रहा वहीं जब रुपये वापस मांगे तो देने से इनकार कर दिया। सोनू का आरोप है कि बीमा एजेंट अब तक 11 लाख रूपये वसूल चुका है।

वहीं मंगलवार को बीमा एजेंट ने व्यापारी की दुकान पर पहुँच गया। इसी बीच दोनों पक्षों में झगड़ा हुआ तो आसपास के लोगों ने मामला शांत करवायाा। सोनू का आरोप है कि एजेंट ने एक लाख रुपये की मांग की। सूचना के बाद पहुँचे दरोगा रामेंद्र सिंह ने बीमा एजेंट की स्कूटी से तमंचा बरामद कर लिया। आरोपी को भी हिरासत में ले लिया।

इस मामले में सोनू की ओर से उसके खिलाफ तहरीर भी दी गयी लेकिन पुलिस ने बुधवार को उसे आर्म्स एक्ट में जेल भेज दिया। लेकिन व्यापारी की तहरीर पर पुलिस ने ध्यान भी नहीं दिया। वहीं गुरुवार को सोनू वार्ष्णेय ने एसएसपी संकल्प शर्मा को शिकायत पत्र सौंपा है। व्यापारी का कहना है कि उसे एजेंट से जान-माल का खतरा है, अब तक उससे 11 लाख रुपये की ठगी हो चुकी है लेकिन पुलिस ने एजेंट के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज नहीं की।

ऑडियो-वीडियो में नेता और पुलिस से सांठगांठ का जिक्र
मंगलवार को जब पुलिस ने बीमा एजेंट को हिरासत में लिया था, इसके बाद ही दोपहर में दो वीडियो और एक ऑडियो वायरल हुआ। इसमें बीमा एजेंट राजनेताओं और पुलिस से अपने सम्बन्धों का जिक्र कर रहा है। बीमा एजेंट यह तक कहता है कि उसे नेताओं और पुलिस दोनों के साथ बनाकर रखनी होती है, चाहें वो नेता किसी भी पार्टी का हो। पुलिस और नेता के बिना बकाया वसूली संभव नहीं हो सकती, इसमें उनका भी हिस्सा भी शामिल होता है। बीमा एजेंट ने कोतवाली में तैनात दरोगा दिगम्बर सिंह का जिक्र करते हुए कहा कि मेरे घर एक घंटे बैठकर गए हैं, चाय-समोसे भी मंगवाए थे।

वीडियो नहीं होता तो होती कार्रवाई?

बीमा एजेंट के राजनैतिक सम्बन्ध जगजाहिर हैं। पुलिस ने व्यापारी की शिकायत के मामले में तो एजेंट के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज नहीं की लेकिन आर्म्स एक्ट में चालान जरुर किया। दरअसल स्कूटी चेकिंग के दौरान मिले तमंचे के वहां मौजूद लोगों ने वीडियो बनाया था जिसे बाद में वायरल किया गया। माना जा रहा है कि जिस तरह से व्यापारी की शिकायत पर पुलिस ने पर्दा डाल दिया है, अगर तमंचे का वीडियो नहीं होता तो पुलिस इस मामले को भी दबाने की कोशिश जरुरी करती।

व्यापारी की तहरीर में भी झोल
मंगलवार को विवाद के बाद व्यापारी ने पुलिस को तहरीर दी थी जिसमे 8 लाख रूपये की ठगी का जिक्र किया था वहीं एसएसपी को दी शिकायत में रकम बढकर 11 लाख पर पहुँच गयी है। बीमा एजेंट का कहना है कि सोनू पर पॉलिसी के एक लाख रुपये आ रहे हैं, इन सब में उसे फंसाने के लिए साजिश की गयी है।

पुलिस की लापरवाही की कीमत चुका है ग्रामीण
कोतवाली क्षेत्र के गाँव बसोमा में गाँव बसोमा निवासी रामदयाल की मंगलवार को गोली मारकर हत्या कर दी गयी। रामदयाल की मौत की वजह पुलिस की लापरवाही बनी। उनका शव गाँव में ही खेत से बरामद हुआ। रामदयाल आज सुबह 5 बजे घर से टहलने की बात कहकर निकले थे। लेकिन काफी देर तक जब वापस नहीं लौटे तो परिजनों खोज शुरू हुई। रामदयाल को मझला बेटा गौरव कुमार पिता की गुमशुदगी की शिकायत लेकर कोतवाली पहुंचा तो लोकेन्द्र भाटी ने उसे वहां से भगा दिया। रामदयाल पर दो महीने पहले भी हमला हुआ था लेकिन पुलिस ने हमलावरों के खिलाफ मुकदमा लिखकर अपना पल्ला झाड़ लिया था।

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