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पैंगबर मोहम्मद के खिलाफ आपत्तिजनक बयान, जानिए कौन हैं नरसिंहानंद सरस्वती?

गाजियाबाद। आप विधायक अमानतुल्ला ख़ान ने हिंदुत्वादी नेता और गाजियाबाद स्थित डासना देवी मंदिर के पुजारी नरसिंहानंद सरस्वती के खिलाफ पैंगबर मुहम्मद और मुस्लिमों के ख़िलाफ़ आपत्तिजनक टिप्पणी के आरोप में शिकायत दर्ज कराई है। नरसिंहानंद पिछले महीने तब चर्चा में आए थे, जब डासना मंदिर में पानी पीने के चलते 14 वर्षीय एक मुस्लिम लड़के की पिटाई की गई थी।

डासना मंदिर में लड़के की पिटाई का वीडियो वायरल होने के बाद अपने बयानों को लेकर चर्चा में आए यति नरसिंहानंद सरस्वती एक बार फिर अपने बयान को लेकर चर्चा में हैं। दिल्ली के प्रेस क्लब में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए नरसिंहानंद सरस्वती ने कथित तौर पर इस्लाम और पैंगबर मोहम्मद के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। उनके इस बयान के बाद देश के अलग अलग हिस्सों में शिकायतें दर्ज हो रही हैं।

यति नरसिंहानंद सरस्वती गाजियाबाद के शिव शक्ति धाम डासना मंदिर के महंत हैं। वह 1991 में सांसद बने भाजपा नेता बीएल शर्मा उर्फ प्रेम को अपना गुरू मानते हैं। उनको अखिल भारतीय संत परिषद का राष्ट्रीय संयोजक भी बताया जाता है। इसके अलावा उनके बारे में कहा जाता है कि उन्होंने रूस में पढ़ाई की है और मॉस्को व लंदन समेत कई जगहों पर काम भी किया है। वह समाजवादी पार्टी से भी जुड़े रह चुके हैं। वह ‘हिन्दू स्वाभिमान’ नामक संस्था भी चलाते हैं। हिन्दू युवाओं और बच्चों को आत्मरक्षा के प्रशिक्षण के लिए ‘धर्म सेना’ का भी गठन उन्होंने किया।

नरसिंहानंद सरस्वती का एक वीडियो वायरल हुआ था जिसमें वह पूर्व राष्ट्रपति और वैज्ञानिक अब्दुल कलाम को नंबर एक जेहादी बता रहे थे। वीडियो में वह कहते हैं कि कलाम ने पकिस्तान को एटम बम का फार्मूला दिया। कांग्रेस जैसी सेक्युलर सरकार ने भी अफज़ल की दया याचिका नहीं भेजी, लेकिन सारे प्रोटोकॉल को तोड़कर कलाम ने अफज़ल के परिवार वालों से मुलाक़ात की थी। इसके अलावा बेहद गंभीर आरोप लगाते हुए वह कहते हैं कि कलाम के राष्ट्रपति और DRDO प्रमुख रहते हुए न जाने कितने हिंदू वैज्ञानिकों की हत्या हुई।

डासना के एक मंदिर में कथित तौर पर एक बच्चे की पानी पीने के लिए पिटाई की गई थी। नाबालिग बच्चे की पिटाई के एक दिन बाद पुजारी ने अपने ऊपर लगे सभी आरोप को सिरे से नकारते हुए कहा था कि नाबालिग लड़का मंदिर खराब करने की कोशिश कर रहा था। नरसिंहानंद सरस्वती ने कहा था कि बाहर से कोई भी शख्स सिर्फ पानी पीने मंदिर के लिए अंदर नहीं घुसेगा जबकि बाहर ही नल लगा हुआ है, इसके अलावा सरकारी हैंडपंप भी लगा है। नरसिंहानंद ने यह भी कहा था कि मंदिर के अंदर कई बार चोरी, लूट और छेड़छाड़ की घटनाएं घट चुकी हैं। इसी वजह से हमने मंदिर के बाहर गैर हिंदुओं की एंट्री बैन वाला बोर्ड लगाया है।

इससे पहले अक्टूबर 2019 में उत्तर प्रदेश के सीतापुर में भड़काऊ भाषण देने वाले यति नरसिंहानंद सरस्वती पर केस दर्ज किया गया था। वहां नरसिंहानंद ने हिंदू समाज पार्टी के कमलेश तिवारी की हत्या के बाद उसके परिवारवालों की मौजूदगी में 21 अक्टूबर 2019 को भड़काऊ भाषण दिया था। तब नरसिंहानंद ने देश को इस्लाम मुक्त, मुसलमान मुक्त बनाने की बात कही थी।

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