बिसौली। वजीरगंज थाना क्षेत्र के दूगों गांव में सोमवार को जलाभिषेक के बाद लौट रहे कांवड़ियों के जत्थे पर हमला करने वाले 11 उपद्रवियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
वजीरगंज थाना क्षेत्र के दूगों गांव में सोमवार को शिवालय पर जल चढ़ाकर लौट रहे कांवड़ियों का दूसरे पक्ष के लोगों से डीजे को लेकर विवाद हुआ था। देखते ही देखते मामला तूल पकड़ गया और कांवड़ियों के जत्थे पर दूसरे पक्ष के लोगों ने मारपीट कर पथराव शुरू कर दिया था। इस मामले में पुलिस ने गांव के प्रधानपति रिहान व पूर्व प्रधान बाबू खां समेत 11 पत्थरबाजों को गिरफ्तार कर लिया।
वजीरगंज के गांव लहरा लाड़पुर के रहने वाले करीब सौ लोग बरेली जिले के आंवला क्षेत्र स्थित गौरीशंकर गुलड़िया शिव मंदिर पर जलाभिषेक के बाद दो ट्रैक्टर-ट्राली से लौट रहे थे। कांवड़ियों के मुताबिक उस वक्त उनकी ट्रालियों में बंधा डीजे बज रहा था। जैसे ही उनका जत्था दूवों गांव पहुंचा तभी दूसरे समुदाय के लोगों ने उन्हें घेर लिया। उन्हें डीजे बंद कराने को कहा। बंद ने करने पर दूसरे समुदाय के लोगों ने उन पर लाठी-डंडो से हमला कर दिया, इसके बाद गाँव से भीड़ ने उन पथराव किया। जिसमें महिलाओं समेत 15 से ज्यादा कांवड़िए घायल हो गए थे।
हमले के दौरान थाना पुलिस के दो सिपाही दूवों गांव पहुंच गए थे। उस वक्त दूसरे समुदाय के लोग उन पर पथराव कररहे थे लेकिन थाने के दोनों सिपाही उन्हें बचाकर दूर ले गए। तब कांवड़ियों की जान बच सकी। मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए आधी रात बाद डीएम दीप रंजन व एसएसपी डॉ. ओपी सिंह गांव पहुंचे। मंगलवार सुबह एडीएम वित्त संतोष वैश्य, एसपी देहात गांव पहुंचे और हालात का जायजा लिया। इलाके में शांतिपूर्ण माहौल बना हुआ है, गांव में पीएसी तैनात है।
घटना के बाद पुलिस ने इस मामले में लाठी-डंडो व ईंट पत्थर से मारपीट, महिला काँवरियो के साथ अभद्रता करना व जान से मारने की धमकी देने के सम्बन्ध मे 25 आरोपियों समेत अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। पुलिस ने रातभर गांव में दबिश दी। जिसके बाद गांव की प्रधान के पति रिहान व पूर्व प्रधान बाबू खां समेत नासिर, चन्दा उर्फ आफताब, जाहिद, दाऊद, जीशान, फिरासत, निशात, शाकिर खाँ, फारूख को गिरफ्तार कर लिया है।