बदायूं। बिसौली में सैलून संचालक ने सीओ पर शेविंग करने को देर से पहुंचने पर कोतवाली में हवालात में बंद कराने का आरोप लगाया है। हालांकि सीओ ने इसका खंडन करते हुए कहा है कि नाई के आरोप निराधार है।
कस्बा निवासी विनोद रोडवेज बस अड्डे के नजदीक अपनी सैलून की दुकान चलाता है। विनोद और उसके भाई शिव कुमार का कहना है कि मंगलवार सुबह करीब साढ़े 9 बजे उसे सीओ बिसौली सुनील कुमार ने अपने आवास पर बुलाया था। उस दौरान वह अपने घर में काम कर रहा था। इससे सीओ के आवास पर करीब 20 मिनट देरी से पहुंचा। इसी बात पर सीओ भड़क गए। जब उसने अपनी मजबूरी बताई तो सीओ ने उसे डांट फटकार कर वहां से भगा दिया। वह उनके आवास से निकलकर अपनी दुकान पर पहुंचा था। तभी उसकी दुकान पर चार पुलिसकर्मी पहुंचे। उन्होंने उसकी दुकान बंद करा दी और उसे पकड़कर कोतवाली की हवालात में बंद कर दिया।
वहीं जब परिवार के लोगों को जानकारी हुई तो वह लोग कोतवाली पहुंचे लेकिन उन्हें पुलिस ने कोई जानकारी नहीं दी। पूरी रात हवालात में गुजारने के बाद बुधवार सुबह 11 बजे तक विनोद के बगैर अपराध के पकड़े जाने की खबर फैली तो पुलिस ने उसे आनन फानन में हवालात से छोड़ दिया। नाई के परिजन में पुलिस का खौफ था कि वो शाम तक उसको छुड़ाने के लिए इधर-उधर भटकते रहे। पुलिस के भय से पहले तो गरीब नाई के परिजन कुछ बोलने से बचते रहे लेकिन जब 24 घंटे बीत जाने के बाद भी नाई विनोद को थाने से नहीं छोड़ा गया तब जाकर आज पीड़ित नाई के परिजन आपबीती सुनाई।
सीओ बोले- गाली-गलौच पर ऐक्शन
इस मामले में सीओ सुनील कुमार ने खंडन करते हुए कहा है कि नाई के आरोप निराधार है। एक वाल्मीकि व्यक्ति उसके यहां बाल कटाने गया उसके साथ नाई ने गाली-गलौज की और मुकदमा लिखा जा रहा है। जब सीओ सुनील कुमार से यह जानना चाहा कि करीब 24 घंटे बाद वो छोड़ दिया गया तो उन्होंने बताया कि 7 साल से कम सजा जिन मामलों में होती है, उसे गिरफ्तार नहीं किया जा सकता।
एसएसपी आलोक प्रियदर्शी ने बताया कि मामला संज्ञान में आया है। युवक को एक मामले में कोतवाली लाया गया था, जिससे वह पुलिस पर ही उल्टे आरोप लगा रहा है। इसकी जांच कराई जाएगी। उसके बाद कोई कार्रवाई होगी।