लखनऊ/आगरा | उत्तर प्रदेश में मौसम और आंधी तूफान ने ऐसा कहर ढाया कि राज्य में करीब 45 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई। इस आंधी-तूफान से अकेले आगरा में ही 36 लोगों की जान चली गई।
आगरा में 132 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से आए तूफान ने 36 लोगों की जान ले ली। करीब 90 मिनट तक चले आंधी, बारिश के कहर से सैकड़ों पेड़ और होर्डिंग गिर गए, वहीं कई मकानों के टिन शेड भी उड़ गए जबकि दर्जनों लोग घायल बताए जा रहे हैं। उत्तर प्रदेश के कई हिस्सों में तबाही मची है। जिनमें सहारनपुर, आगरा, बिजनौर, बरेली और चित्रकूट सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं। बिजनौर में 3, सहारनपुर में 2, बरेली, चित्रकूट, रायबरेली और उन्नाव में एक-एक लोगों की मौत हुई है। कई पशु भी हताहत हुए हैं।
यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने आंधी-तूफान और बारिश से प्रभावित लोगों को तत्काल राहत पहुंचाने के निर्देश दिए हैं। सीएम योगी ने संबंधित जिलों के अधिकारियों से प्रभावितों को मुआवजा देने के लिए कहा है। साथ ही सीएम योगी ने कहा कि राहत कार्यों में किसी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
संबंधित जिलों के अधिकारी नुक़सान का आकलन करते हुए प्रभावितों को अविलंब मुआवज़ा प्रदान करें। राहत कार्यों में किसी प्रकार की शिथिलता बर्दाश्त नहीं की जाएगी: #UPCM श्री #YogiAdityanath
— CM Office, GoUP (@CMOfficeUP) May 3, 2018
गौरतलब है कि पूरे उत्तर भारत में बुधवार देर शाम और रात में मौसम ने ऐसा कहर बरपाया कि बर्बादी की खबरें आ गईं। राजस्थान में भी इस आंधी-तूफान में 22 लोगों की मौत हो गई और 100 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। वहीं उत्तराखंड के चमोली में बुधवार शाम बादल फटने से भारी तबाही की ख़बर है। नारायणबगड़ में कई दुकानें मलबे से पट गईं। तीन गाड़ियों के मलबे में दबने की भी ख़बर है। पीने के पानी की पाइपलाइन को भी नुकसान पहुंचा है। बारिश कम होने पर ख़ुद ही लोगों ने किसी प्रकार मलबा साफ किया। हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में भी बुधवार को जोरदार बारिश हुई। इतने काले बादल छाए कि दिन में अंधेरा हो गया। कई इलाकों में ओलावृष्टि भी हुई, जिससे सेब के बगीचों को नुकसान पहुंचा है।