बदायूं। उत्तर प्रदेश में महिलाओ को सशक्त और जागरूक बनाने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा मिशन शक्ति अभियान के 5वें चरण की शुरुआत हो चुकी है। जिसके चलते सोमवार को जनपद में छात्राओं को एक दिन का अधिकारी बनाया गया है। इस दौरान दोनों ने फाइलों पर हस्ताक्षर भी किया तथा फरियादियों की समस्याओं को भी सुना।
उझानी के मिल कंपाउंड निवासी छात्रा पल्लवी शर्मा पुत्री शैलेन्द्र कुमार ने 2024 में इंटरमीडिएट की परीक्षा पास है। वह प्रदेश की टॉप 10 लिस्ट में 10वें स्थान के साथ जनपद में टॉपर हैं। मिशन शक्ति अभियान के तहत डीएम निधि श्रीवास्तव ने पल्लवी शर्मा को एक दिन का डीएम बनाया।डीएम ने छात्र पल्लवी शर्मा को कलक्ट्रेट बुलाया और गार्ड ऑफ ऑनर एवं राजकीय सम्मान के साथ जिलाधिकारी बदायूं की कुर्सी पर बैठाकर सांकेतिक डीएम बनाया। पल्लवी शर्मा ने अधिकारियों के साथ बैठकर आवश्यक दिशा निर्देश दिए और सरकार की योजनाओं को लेकर जानकारी दी। उन्होंने फरियाद सुनी और संबंधित अधिकारियों के जन शिकायतों के निस्तारण के बाबत उन्हें दिशा निर्देश दिए।
वहीं शहर के नकबिया इंटर कालेज की 11वीं की छात्रा शैज बी को एसएसपी आफिस पहुंचने के बाद उन्हें एसएसपी की कुर्सी पर बैठाया गया। एसएसपी ब्रजेश सिंह ने पुष्प गुच्छ देकर छात्रा का स्वागत किया। इसके बाद मिशन शक्ति की योजना व कार्यों को लेकर अधिकारियों के साथ चर्चा की गई। एसएसपी ने छात्रा को समझाया कि पहले फरियादी की पूरी समस्या को ध्यान से सुनें। उसकी बॉडी लैंग्वेज भी देखते रहें, इसी से पता लग जाता है कि फरियादी शिकायत सही कर रहा है या तथ्यों को बढ़ा-चढ़ाकर कह रहा है। फिर संबंधित थानेदार से तत्काल वार्ता करके स्थिति की जानकारी ली जाए। फिर स्वयं के विवेक के आधार पर अगर मामला गंभीर लगे तो तत्काल एफआईआर दर्ज करने का निर्देश दिया जाए। अन्यथा जांच के बाद कार्रवाई को लिखा जाए।
जिलाधिकारी ने कहा कि मिशन शक्ति अभियान का मुख्य उद्देश्य महिलाओं का सशक्तीकरण करना है। जिसके तहत आज जिले की मेधावी छात्राओं को बुलाकर उच्च पदों पर आसीन किया गया है। इसका मुख्य उद्देश्य यह है कि जो अभी हमारी नई युवा पीढ़ी है, जो स्कूली शिक्षा में अध्ययनरत है, उन्हें इसके माध्यम से प्रेरणा मिल सके तथा शासन-प्रशासन के उच्च पदों पर जाने के लिए उनका मनोबल बढ़ सके। उन्होने यह भी कहा कि नारी के सम्मान से ही देश का गौरव बढेगा। वहीं एसएसपी ब्रजेश सिंह ने कहा कि सरकार द्वारा चलाए जा रहे मिशन शक्ति अभियान के तहत स्वावलंबी व निडर बनाने के उद्देश्य से छात्राओं को जागरूक किया जा रहा है। इसी के तहत छात्राओं को जिम्मेदारी दी गई।
डीएम और एसएसपी बनने वाली छात्राओं ने बताया
वहीं, एक दिन के लिए डीएम और एसएसपी बनने वाले अधिकारी छात्राओं का कहना हैं कि मिशन शक्ति योजना का मकसद नारियों को अपनी क्षमताओं के बारे में पता चले। वह जान सकें कि उनके अंदर यह क्षमता है कि वह कोई भी कार्य कर सकती हैं। किसी भी क्षेत्र में जा सकती हैं। साथ ही कहा कि वह कोशिश करेंगी कि भविष्य में भी इस पद पर आ पाएं जिससे जनता की समस्याओं को निस्तारण कर लोगों को खुश कर पाएं।