बदायूं। राजकीय मेडिकल कॉलेज में तीन महीने से मानदेय न मिलने से परेशान संविदा नर्सिंग कर्मचारियों ने मंगलवार को प्रदर्शन किया। कर्मचारियों ने प्राचार्य पर हाथापाई और नौकरी से निकालने की धमकी देने का आरोप भी लगाया है। मामले की शिकायत एसएसपी से की गई है।
मेडिकल कॉलेज के करीब 250 नर्सिंग कर्मचारी को पिछले तीन महीने से मानदेय नहीं मिला है। कर्मचारियों का कहना है कि इसके लिए वह कई बार प्राचार्य से कह चुके हैं। हर बार प्राचार्य आश्वासन दे हैं। अब दीपावली का त्योहार करीब है। ऐसे में भी मानदेय मिलने की कोई सुगबुगाहट न देखकर कर्मचारियों में आक्रोश फैल गया। मंगलवार सुबह ड्यूटी पहुंचे कर्मचारी एकत्र होकर मेडिकल कॉलेज परिसर में धरने पर बैठ गए। उन्होंने आरोप लगाया कि कॉलेज प्रशासन किसी अन्य संस्था को कमर्चारियों का ठेका देना चाहता है और इसी कारण उनका मानदेय रोककर परेशान किया जा रहा है। प्रदर्शन करने पर नौकरी से निकालने की धमकी दी जाती है।
वहीं कॉलेज में तैनात संविदा स्टाफनर्स शिल्पी पाल एसएसपी आफिस पहुंचीं। यहां उन्होंने शिकायती पत्र में प्राचार्य पर हाथापाई और बदसलूकी का आरोप लगाया है। शिकायत के मुताबिक धरना प्रदर्शन के दौरान प्राचार्य ने उनसे अपशब्द कहे और हाथ पकड़कर घसीटा। नौकरी से निकालने की धमकी भी दी गई।
इस मामले में मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ अरूण कुमार ने बताया कि मानदेय के लिए ठेकेदार से बात की। उन्हें चार्ज लिए अभी 10 दिन ही हुए हैं। ठेकेदार से बात कर हर माह वेतन दिलाने का प्रयास करेंगे। इस समस्या के समाधान के लिए खुद लखनऊ जा रहे हैं। वहां अधिकारियों से समस्या पर विचार करके उसका निस्तारण कराया जाएगा। शासन से बात कर दीपावली से पहले मानदेय दिलाने का प्रयास किया जाएगा। इसके बाद कर्मचारियों ने प्रदर्शन खत्म किया। कर्मचारियों के आरोप निराधार हैं।