शामली। उत्तर प्रदेश के शामली में सोमवार रात मुठभेड़ के दाैरान घायल हुए इंस्पेक्टर सुनील कुमार ने गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में उपचार के दौरान दम तोड़ दिया। शामली में हुई मुठभेड़ में चार बदमाश ढेर हुए थे। इसी दाैरान एसटीएफ इंस्पेक्टर सुनील घायल हो गए थे। इस मामले में सीएम योगी आदित्यनाथ ने अपराधियों के साथ साहसिक मुठभेड़ में वीरगति को प्राप्त इंस्पेक्टर को भावभीनी श्रद्धांजलि दी है। इसके साथ ही शहीद के परिजनों को आर्थिक मदद प्रदान करने की घोषणा है।
सीएम योगी ने एक्स पर पोस्ट में लिखा, ‘जनपद शामली में अपराधियों के साथ साहसिक मुठभेड़ में कर्तव्य पालन के दौरान वीरगति को प्राप्त हुए जनपद मेरठ निवासी उत्तर प्रदेश एसटीएफ के निरीक्षक श्री सुनील कुमार जी को भावभीनी श्रद्धांजलि! मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिजनों के साथ हैं। शहीद के परिजनों को 50 लाख रुपये की आर्थिक सहायता तथा उनके परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी प्रदान की जाएगी। साथ ही संबंधित जनपद की एक सड़क का नामकरण भी शहीद श्री सुनील कुमार जी के नाम पर किया जाएगा। प्रदेश सरकार हर परिस्थिति में शहीद के परिजनों के साथ है, उन्हें हर संभव मदद प्रदान की जाएगी।’
सोमवार रात हुई थी मुठभेड़, चार बदमाश हुए थे ढेर
यूपी के शामली जिले में सोमवार की रात एसटीएफ मेरठ की मुकीम काला और कग्गा गैंग के सदस्यों से मुठभेड़ हुई। एसटीएफ मेरठ यूनिट के इंस्पेक्टर प्रमोद कुमार द्वारा दर्ज एफआईआर के अनुसार सोमवार सुबह 11 बजे ही उन्हें मुखबिर से एक लाख के इनामी अरशद और उसके साथी के आने और किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने की सूचना थी, जिस पर पुलिस ने दिन में ही उदपुर ईंट भट्ठे के पास अपनी फील्डिंग जमा ली थी। पुलिस को सफलता रात तक मिली। उदपुर गांव के पास 30 मिनट तक जमकर गोलीबारी हुई। दोनों ओर से 30 मिनट तक जमकर फायरिंग हुई जिसमें पूरा क्षेत्र दहल उठा। बदमाशों के पास से तमंचे, कारबाइन, कारतूस और कार को पुलिस ने जब्त कर लिया।
इस मुठभेड़ में इंस्पेक्टर सुनील कुमार के पेट में दो गोली लगी थी। सुनील कुमार को गुड़गांव के मेदांता अस्पताल में ले जाया गया, जहां सर्जरी की गई। डॉक्टरों ने कहा कि गोली से लिवर, गाल ब्लेडर और पेट में खून की बड़ी नस (IVC) में चोटें बहुत गंभीर थीं। लिवर डैमेज हो गया था। ब्लड प्रेशर भी ऊपर-नीचे हो रहा था। आखिरकार 36 घंटे जिंदगी-मौत से लड़ने के बाद इंस्पेक्टर सुनील कुमार ने अंतिम सांस ली।
कई बड़े एनकाउंटर किए
- 2008 में 5 लाख के इनामी बदमाश अंबिका पटेल उर्फ ठोकिया और 50 हजार के इनामी उमर केवट को पुलिस मुठभेड़ के दौरान मार गिराया।
- 2012-13 में मेरठ यूनिट में रहते हुए 1-1 लाख के इनामी सुशील उर्फ मूंछ, बदन सिंह उर्फ बद्दो और भूपेंद्र बाफर को गिरफ्तार कर जेल भेजा।
- 24 जून, 2019 को सवा लाख रुपए के इनामी अपराधी आदेश बालियान निवासी भौरा कलां को मुठभेड़ में ढेर किया।
- 04 मई, 2023 को मेरठ के थाना जानी क्षेत्र में एसटीएफ टीम के साथ हुई मुठभेड़ में गैंगस्टर अनिल नागर उर्फ अनिल दुजाना को मार गिराया।
- 14 दिसंबर, 2024 को एसटीएफ और स्पेशल सेल दिल्ली की संयुक्त टीम ने मेरठ के टीपी नगर थाना क्षेत्र में हाशिम बाबा गैंग के शूटर 50 हजार के इनामी अनिल उर्फ सोनू उर्फ मटका को
- मार गिराया। इस मुठभेड़ में भी सुनील कुमार का खास योगदान रहा।
मेरठ के रहने वाले थे इंस्पेक्टर सुनील
इंस्पेक्टर सुनील मेरठ में इंचौली के मसूरी गांव के रहने वाले थे। उनके पिता चरण सिंह और माता का निधन हो चुका है। बड़े भाई अनिल काकरान गांव में खेती करते हैं। परिवार में पत्नी मुनेश, बेटा मंजीत उर्फ मोनू, और बेटी नेहा हैं। दोनों बच्चों की शादी हो चुकी है। 1 सितंबर, 1990 को यूपी पुलिस में सिपाही पद पर भर्ती हुए थे। स्पेशल टास्क फोर्स (STF) का गठन होने के बाद उन्होंने 1997 में मानेसर, हरियाणा में कमांडो कोर्स किया। 1 जनवरी, 2009 को सुनील ने STF जॉइन किया। 16 साल से वह STF में ही थे। सुनील कुमार 7 अगस्त, 2002 को हेड कॉन्स्टेबल के पद पर प्रमोट हुए। 13 मार्च, 2008 को फतेहपुर में हुई पुलिस मुठभेड़ में ओमप्रकाश उर्फ उमर केवट को मार गिराया था। इस मुठभेड़ में इंस्पेक्टर ने अपनी जान की बाजी लगा दी थी। इसके लिए उन्हें 16 सितंबर, 2011 को आउट आफ टर्न प्रमोशन देकर हेड कॉन्स्टेबल से PAC में प्लाटून कमांडर बना दिया गया। 22 अप्रैल, 2020 को दलनायक के पद पर प्रमोट हुए थे।