उझानी। नगर के पड़ाव अड्डों पर अवैध वसूली रुकने का नाम नहीं ले रही है। नगर पालिका परिषद के ठेकेदारों के गुर्गों का वाहनों से गुंडा टैक्स वसूली का खेल लगातार जारी है। ई-रिक्शा, ऑटो वाहनों से नियमित पार्किंग टैक्स के नाम पर वसूली की जाती है लेकिन नगर में कहीं भी वाहनों के लिए स्टैंड नहीं बनाया गया है। कई बार यह वसूली अराजकता का कारण भी बन रही है।
सोमवार सुबह नगर के ब्लॉक परिसर के पास कार चालक बुकिंग का इंतजार कर रहे थे, अचानक ही दो बाईक पर सवार 5 युवक वहां वसूली के लिए पहुँच गए। जब कार चालकों ने खाली गाडी का हवाला देकर शुल्क न देने की बात कही तब ठेकेदारों के गुर्गे गाली गलौच पर उतर आए। ठेकदारों के गुर्गों ने एक गाडी मालिक खलील अहमद के साथ मारपीट कर उन्हें जमीन पर गिरा दिया। घटना के बाद गाड़ी चालकों ने एकजुट हुए तो गुर्गों ने अपने और साथियों को बुला लिया। जिसके बाद काफी देर तक गाली गलौच चलती रही, इसके बाद कार चालकों ने अज्ञात लोगों के खिलाफ कोतवाली में तहरीर दी है। प्रभारी कोतवाल जितेंद्र सिंह ने कड़ी कार्यवाई का आश्वासन दिया है।
पिछले कुछ दिनों में नगर पालिका के ठेकदारों की अवैध वसूली बढती जा रही है। नगर में करीबन 500 ई-रिक्शा चल रहे हैं जिनसे पार्किंग शुल्क के नाम पर रोज 10 रुपये वसूले जाते हैं, लेकिन नगर पालिका ने इन वाहनों को आजतक पार्किंग की व्यवस्था नहीं दी गई है। ठेकेदारों के गुर्गे दबंगई दिखाते हुए ई-रिक्शा चालकों की दिन में एक से ज्यादा बार भी पर्ची काट देते हैं जिसका विरोध करने में ई-रिक्शा चालकों से गाली-गलौच, मारपीट की जाती है। दो दिन पहले ही अनाज मंडी पर वसूली के नाम पर एक टेम्पो चालक से विवाद से हुआ जिसके बाद ठेकेदारों के गुर्गों ने जमकर हल्ला काटा। सूचना पर पहुंची पुलिस ने जाकर मामला शांत करवाया। इससे पहले भी सहसवान के एक कार चालक से अवैध वसूली की कोशिश की गयी जिसकी शिकायत डीएम तक पहुंची थी। जिसके बाद एक गुर्गे को पुलिस ने गिरफ्तार करके जमानत पर रिहा किया था।
नगर पालिका का शहर में पार्किंग व लोडिंग, अनलोर्डिंग शुल्क वसूलने का ठेका है। नियमानुसार नगर के निश्चित जगहों पर वाहनों से निर्धारित शुल्क वसूलना चाहिए। लेकिन इसके उलट जबर्दस्ती सभी आने-जाने वाले वाहनों से पार्किंग, लोडिंग, अनलोडिंग के नाम पर शुल्क वसूला जाता है। नगर में पार्किंग वसूली स्थान पर निर्धारित दरों का साइन बोर्ड भी नहीं लगा हुआ है। ठेकेदारों के गुर्गों की वसूली से कई चालक, परिचालक कई बार पालिका व प्रशासन के अधिकारियों से शिकायत भी कर चुके हैं लेकिन समस्या जस की तस बनी हुई है।