उझानी(बदायूं)। कोतवाली क्षेत्र के एक गांव में चार दिन पहले नाबालिग लड़की के साथ गांव के ही एक अधेड़ ने जबरन दुष्कर्म किया। पीड़ित लड़की की माँ ने इसकी थाने में लिखित शिकायत दी लेकिन चार दिन बीत जाने के बाद पुलिस ने दुष्कर्म करने वाले के खिलाफ पीड़ित पक्ष को न्याय के लिए भटकना पड़ रहा है।
उझानी कोतवाली क्षेत्र के एक गांव में 6 जुलाई को 15 वर्षीय नाबालिग लड़की एक परचून दुकान से सामान लेने गयी थी इस दौरान गाँव का एक अधेड़ व्यक्ति उसे बहलाफुसलाकर एक सुनसान जगह में बने हुए घर के बाहर शौचालय में ले गया जहाँ उसके साथ दुष्कर्म किया। गाँव की महिला शबनम के मुताबिक शुक्रवार दोपहर करीबन 2 बजे वो अपने दरवाजा बंद कर पडोस के घर में नहाने गयी थीं, शबनम के घर के बाहर सीढियों के नीचे उनका शौचालय बना हुआ है। जब शबनम वापस लौटी तो उन्होंने एक लड़की के चिल्लाने की आवाज सुनी, आसपास नजर दौड़ाने पर कोई नजर नहीं आया इसके बाद उनकी नजर शौचालय पर पड़ी। शबनम ने बताया कि जब उसने शौचालय का पर्दा हटाया तो गाँव निवासी कय्यूम एक लडकी का मुंह बंद कर निर्वस्त्र खड़ा हुआ था, वहीं बच्ची रो रही थी। जिसके बाद वो घबरा कर वहां से भाग खड़ी हुई, वापस आकर देखा तो कय्यूम लड़की को साथ लेकर वहां से भाग खड़ा हुआ। उन्होंने पीड़ित लड़की के परिवार को मामले की पूरी जानकारी दी। जिसके बाद गाँव में काफी तलाश किए जाने के बाद पीड़िता एक गली में मिली।
पीडिता की माँ ने शुक्रवार शाम अपनी लडकी और शबनम के साथ कोतवाली पहुंचकर अपनी तहरीर दी। जिसके बाद पुलिस ने पीड़िता और वारदात की गवाह शबनम दोनों का बयान दर्ज कर जांच का आश्वासन देकर वापस भेज दिया लेकिन उस रात पुलिस गाँव नहीं पहुंची। पीड़िता की माँ के मुताबिक आरोपी शनिवार सुबह तक गाँव में मौजूद था इसके बाद वो फरार हो गया। घटना के 24 घंटे बाद पुलिस शनिवार दोपहर गाँव में पहुंची तो आरोपी के घर दबिश देने की बजाए गाँव के सैकड़ों लोगो के सामने एक चौपाल में पीड़िता से सवाल पूछकर पुलिस वापस लौट गयी।
पीडिता की माँ ने बताया कि जब रविवार को न्याय की आस लगाए कोतवाली पहुंची तो उसे उसकी तहरीर पकड़ा दी गयी। महिला को वहां से जाने की सलाह देते हुए कहा कि जहाँ तुम्हारे आंसू, तुम्हारी फरियाद सुनी जाए, वहां चले जाइए। पीडिता की माँ ने बताया कि पुलिस ने उनसे कहा कि बात का बतंगड़ बनाओगी तो तुम्हारी बदनामी हो जाएगी, तुम्हे अपनी लड़की की शादी भी करनी है।
कोतवाल विनोद कुमार के नेतृत्व वाली उझानी पुलिस ने यहीं नहीं रुकी। पुलिस ने अमानवीयता का परिचय देते हुए महिला के नकाब पर भी ताना मारा। पीडिता की माँ ने बताया कि उनसे कहा गया कि तुम यहाँ थाने में पर्दा ओढ़ कर आती जाती हो, तुम्हारी क्या पहचान है जिसके बाद महिला ने अपना नकाब हटा दिया और न्याय की उम्मीद में वापस लौट गयी। महिला ने बताया कि सोमवार को पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार नहीं किया जिसके बाद वो हताश होकर मंगलवार को अपनी फरियाद लेकर सीओ सिटी वीरेंद्र कुमार यादव से मिली। फिलहाल सीओ सिटी ने उझानी कोतवाली को मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच का आदेश दिया है।