बदायूं। बदायूं में पटाखा फैक्ट्री में हुए भीषण विस्फोट में 8 लोगों की मौत के बाद प्रशासन की नींद खुल गयी है। दशहरा और दीपावली में बढ़ जाने वाले इस कारोबार से फिर कहीं कोई खतरा न हो लिहाजा ऐसे कारोबारियों के खिलाफ प्रशासन ने अभियान छेड़ दिया है।
पटाखा विस्फोट के बाद जिला प्रशासन सख्ती के मूड में दिख रहा है। रविवार शाम प्रशासन ने उझानी के तीन गोदामों का निरीक्षण किया। एसडीएम पारसनाथ मौर्य, तहसीलदार/मजिस्ट्रेट आर पी चौधरी, सीओ भूषण वर्मा, कोतवाल विनोद चहर ने संजरपुर रोड स्थित पारस वार्ष्णेय, बसोमा रोड़ पर नूर अहमद, कछला रोड पर दुल्हे के पटाखा गोदामों का निरिक्षण किया। इस दौरान लाइसेंस धारकों को लाइसेंस, स्टाक रजिस्टर, फिटनिस, फायर विग्रेड संबंधी प्रमाण पत्र की जांच की गयी। तीनों गोदामों की जांच रिपोर्ट फ़िलहाल डीएम को भेजी गयी है।
इससे पहले शनिवार को डीएम दिनेश कुमार सिंह, एसएसपी अशोक कुमार शर्मा के निर्देशन में जिले तहसील क्षेत्रों के गांव, कस्बा में एसडीएम तथा सीओ ने छापामारी अभियान चलाया। जिसमें सदर, सहसवान, बिल्सी, दातागंज और बिसौली में अभियान चलाया गया। जहां बिल्सी में दो गोदाम बंद मिले तो सहसवान में घनी बस्ती के बीच दो गोदाम मिले हैं। जिन्हें एसडीएम ने हटाने के लिए डीएम ने रिपोर्ट की है।
वहीं बदायूं नगर मजिस्ट्रेट सुनील कुमार और पुलिस क्षेत्राधिकारी राघवेंद्र सिंह राठौर के नेतृत्व में आतिशबाजी की दुकानों और गोदामों पर छापामारी की गई जिसमें भारी मात्रा में अवैध पटाखे एवं क्षमता से अधिक आतिशबाजी रखने वाले कई गोदामों को सील किया गया। ये गोदाम उन स्थानों पर ना हो के अन्य स्थानों पर बनाए गए हैं जो गहन आबादी वाला क्षेत्र है। इसके अलावा गोदामों पर लाइसेंस में निर्धारित मात्रा से अधिक पटाखे पाए जाने एवं सुरक्षा संबंधी उपकरणों में कमी पाए जाने के कारण नगर मजिस्ट्रेट बदायूं द्वारा दिलशाद पुत्र फितरत उल्लाह खां निवासी कबूलपुरा के गोदाम को एवं अत्यधिक मात्रा में पटाखे पाए जाने पर लाइसेंसी अकरम एवं असलम पुत्र दूल्हे निवासी हकीमबाड़ा थाना कोतवाली समेत तीन गोदामों को सील कर दिया गया है। इसके अलावा तीनों के दस्तावेज व स्टाक रजिस्टर कब्जा में ले लिया है वहीं जांच पड़ताल जारी है।
सहसवान में घनी बस्ती के बीच दो पटाखा दुकानों पर एसडीएम व कोतवाल ने छापेमारी की। एसडीएम संजय कुमार व कोतवाली कुलशवीर ने अकबराबाद चौराहा स्थित आतिशबाज कुंवरपाल की दुकान का निरीक्षण किया। दुकान में अग्निशमन यंत्र लगे हुए थे, लेकिन पानी की व्यवस्था नहीं थी। वहीं दूसरी दुकान पशु चिकित्सालय के पास सहसवान बिसौली मार्ग पर स्थित थी। इसका लाइसेंस घनश्याम पुत्र केवलराम निवासी गंगापुर के नाम है। दुकान में एक अग्निशमन यंत्र लगा था जो चालू हालत में नहीं था। यहां भी पानी का कोई इंतजाम नहीं था। स्टाक बिक्री संबंधी कोई कागजात भी दुकानदार के पास नहीं थे। एसडीएम ने दोनों पटाखा दुकानों को हटाने की संस्तुति करते हुए डीएम को रिपोर्ट भेज दी है।
इसके अलावा बिल्सी में एसडीएम लाल बहादुर सिंह, सीओ आई एन खान ने शनिवार को नगर के सभी छह लाइसेंसधारकों के यहां छापा मारकर पटाखे के गोदामों का निरीक्षण किया। इस दौरान दो लाइसेंसधारक यहां काम करते नहीं मिले। एसडीएम ने बताया कि नगर के सिरासौल रोड स्थित दिनेश चंद्र, बादशाहपुर रोड स्थित दीपक माहेश्वरी, बदायूं रोड स्थित राजीव कुमार एवं नगर के स्टेट बैंक रोड स्थित राजकुमार की पटाखे बनाने एवं इन रखने के गोदामों को बारीकी से निरीक्षण किया। सभी लाइसेंस धारकों को लाइसेंस, स्टाक रजिस्टर, फिटनिस, फायर विग्रेड संबंधी प्रमाण पत्र उपलब्ध कराएं जाने के निर्देश भी दिए है। वहीं गुरूवार को सूचना पर थाना पुलिस ने इस्लामनगर के मुहल्ला सराहा निवासी रशीद अली पुत्र महबूब अली के घर छापा मारा, तो नाजायज विस्फोटक सामग्री सहित पकड़ा है। विस्फोटक पदार्थ अधिनियम की धाराओं में जेल भेज दिया।
गौरतलब है कि शुक्रवार को सिविल लाइंस क्षेत्र में पटाखा बनाने वाली फैक्ट्री में विस्फोट होने से कम से कम आठ लोगों की मृत्यु हो गयी थी और छह अन्य गंभीर रूप से घायल हो गये थे। धमाका इतनी तेज था पटाखा फैक्ट्री और उससे सटी दो दुकानों की इमारत पूरी तरह धराशायी हो गई। इस धमाके की वजह से फैक्ट्री के पास स्थित साइकिल की दुकान पर बैठे लोग, मजदूर और वहां से गुजर रहे लोग इसके चपेट में आ गए। बताया जा रहा है कि मौका-ए-वारदात पर ही सात लोगों ने जबकि एक ने अस्पातल में दम तोड़ा।