बदायूं। लोकसभा चुनाव 2019 के लिए आखिरी चरण का मतदान खत्म होते ही अब एग्जिट पोल का सिलसिला शुरू हो गया है। उत्तर प्रदेश की 80 लोकसभा सीटों पर आया एग्जिट पोल संकेत देता है कि सपा-बसपा-रालोद का गठबंधन पहले के मुकाबले ताकत बढ़ा रहा है, लेकिन वह भाजपा को पिछली बार के मुकाबले आधे से कम सीटों पर रोक पाने में कामयाब होते नहीं दिख रहा। वहीं समाजवादी के गढ़ बदायूं में कमल खिलता हुआ नजर आ रहा है।
आजतक-एक्सिस माई इंडिया के एग्जिट पोल (Exit Poll) में सूबे की 80 लोकसभा सीटों में से बीजेपी गठबंधन को 62-68 सीटें मिलती हुई नजर आ रही हैं। जबकि सपा-बसपा-आरएलडी गठबंधन को 10 से 16 सीटें और कांग्रेस को 1 से दो सीटें मिलती हुई दिख रही हैं। वहीँ बहुचर्चित सीट बदायूं में भाजपा जीत सकती है। आजतक-एक्सिस माई इंडिया के एग्जिट पोल के मुताबिक बदायूं से स्वामी प्रसाद मौर्या की बेटी संघमित्रा मौर्या यहाँ से भाजपा के सूखे को खत्म कर सकती हैं। बदायूं सीट पर 1996 से समाजवादी पार्टी का कब्जा है। बदायूं से समाजवादी पार्टी सांसद और मुलायम परिवार के सदस्य धर्मेन्द्र यादव इस बार तीसरी बार मैदान में हैं। कांग्रेस पार्टी ने यहाँ से चार बार सपा के टिकट पर सांसद रहे सलीम शेरवानी को उम्मीदवार घोषित किया है।
उत्तर प्रदेश में लोकसभा की 80 सीटें हैं। 2014 लोकसभा चुनाव मेें उत्तर प्रदेश में भाजपा-सहयोगियों को मोदी लहर के कारण 73 सीटें मिली थीं। वहीं सपा को पांच, कांग्रेस को दो और बसपा का खाता तक नहीं खुल पाया था। जानिए इस बार के आजतक-एक्सिस माई इंडिया के एग्जिट पोल में कौन आगे दिख रहा है।
ऐक्सिस माय इंडिया के एग्जिट पोल में कई हाई प्रोफाइल सीटों पर चौंकाने वाले नतीजों का अनुमान लगाया गया है। अमेठी में राहुल गांधी को स्मृति इरानी कड़ी टक्कर दे रही हैं, वहीं मैनपुरी में एसपी संरक्षक मुलायम सिंह यादव की राह आसान नहीं है। इस एग्जिट पोल के मुताबिक चौधरी अजित सिंह और उनके बेटे जयंत चौधरी भी कांटे के मुकाबले में फंस गए हैं। एक नजर ऐसी ही कुछ सीटों पर:
अमेठी
ऐक्सिस माय इंडिया के पोल के मुताबिक अमेठी में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और स्मृति इरानी के बीच कांटे की टक्कर है। 2014 के चुनाव में राहुल से हारने के बावजूद स्मृति यहां लगातार सक्रिय रही हैं। पिछली बार अमेठी में राहुल की जीत का अंतर गिरकर 1.07 लाख तक पहुंच गया था।
मैनपुरी
मैनपुरी सीट पर एसपी संरक्षक मुलायम सिंह यादव ने ऐलान किया था कि वह अपना आखिरी चुनाव लड़ रहे हैं। यादव परिवार का यह सीट गढ़ है और मुलायम कभी इस संसदीय सीट से नहीं हारे है। इस बार बीजेपी ने प्रेम सिंह शाक्य को उनके खिलाफ उतारा है। एग्जिट पोल के मुताबिक शाक्य मुलायम को अच्छी टक्कर दे रहे हैं। 2014 में मुलायम ने यहां से 3.64 लाख लोटों से जीत हासिल की थी।
कन्नौज
कन्नौज में एसपी अध्यक्ष अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव चुनाव लड़ रही हैं। एग्जिट पोल के मुताबिक डिंपल यह सीट गंवा सकती हैं। बीजेपी ने एक बार फिर यहां से सुब्रत पाठक को उतारा है। 2014 के चुनाव में डिंपल ने बमुश्किल 29 हजार से ज्यादा मतों से सुब्रत को शिकस्त दी थी।
सुलतानपुर
सुलतानपुर सीट पर बीजेपी ने इस बार वरुण गांधी की जगह मेनका गांधी को उतारा है। ऐक्सिस माय इंडिया के एग्जिट पोल के मुताबिक यहां मेनका गांधी एक मुश्किल मुकाबले में फंस गई हैं। उन्हें बीएसपी के चंद्रभद्र सिंह सोनू से कड़ी टक्कर मिल रही है। कांग्रेस ने यहां से डॉ. संजय सिंह को टिकट दिया था।
मुजफ्फरनगर
वेस्ट यूपी की सबसे चर्चित सीट मुजफ्फरनगर में इस बार जबरदस्त टक्कर बताई जा रही है। एग्जिट पोल के मुताबिक यहां आरएलडी सुप्रीमो अजित सिंह और बीजेपी के संजीव बालियान में टफ फाइट है। बालियान ने पिछली बार का चुनाव 4 लाख से ज्यादा वोटों के अंतर से जीता था।
बागपत
चौधरी अजित सिंह के बेटे जयंत चौधरी इस बार मथुरा की बजाए अपने परिवार की बागपत सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। बीजेपी ने एक बार फिर डॉ. सत्यपाल सिंह को उतारा है। सत्यपाल और जयंत के बीच यहां कड़ी टक्कर है। बता दें कि 2014 के लोकसभा चुनाव में सत्यपाल सिंह ने चौधरी अजित सिंह को शिकस्त दी थी। चुनाव में अजित सिंह तीसरे नंबर पर रहे थे।
फिरोजाबाद
फिरोजाबाद सीट पर यादव परिवार के बीच घमासान का फायदा बीजेपी को मिल सकता है। यहां एसपी महासचिव राम गोपाल यादव के बेटे अक्षय यादव के खिलाफ उनके चाचा शिवपाल यादव अपनी नई पार्टी (प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहिया) से चुनाव लड़ रहे हैं। एग्जिट पोल के मुताबिक यहां से बीजेपी के चंद्रसेन जादौन जीत सकते हैं।
गाजीपुर
गाजीपुर में केंद्रीय रेल राज्यमंत्री मनोज सिन्हा भी कड़े मुकाबले में फंस गए हैं। ऐक्सिस माय इंडिया के एग्जिट पोल के मुताबिक सिन्हा को बीएसपी कैंडिडेट और बाहुबली मुख्तार अंसारी के भाई अफजाल अंसारी से तगड़ी चुनौती मिल रही है। पिछली बार मनोज सिन्हा ने एसपी की शिवकन्या कुशवाहा को 32 हजार वोटों से मात दी थी।
डुमरियागंज
डुमरियागंज लोकसभा सीट पर बीजेपी के जगदंबिका पाल कांटे के मुकाबले में फंस गए हैं। उन्हें बीएसपी के आफताब आलम कड़ी चुनौती दे रहे हैं। 2014 के लोकसभा चुनाव में पाल ने बीएसपी के मोहम्मद मुकीम को 1.03 लाख वोटों से हराया था।
वहीं टाइम्स नाउ-वीएमआर एग्जिट पोल में भाजपा को 58 सीटें मिलती दिख रही हैं, वहीं सपा-बसपा को 20 जबकि कांग्रेस को दो सीटें मिलने का अनुमान है। इंडिया टीवी-सीएनएक्स एग्जिट पोल में भाजपा को 50 सीटें, कांग्रेस को दो और सपा-बसपा गठबंधन को 28 सीटें मिल रही हैं। न्यूज 18-इप्सोस एग्जिट पोल में भाजपा को 60-62, कांग्रेस को दो और सपा-बसपा को 17-19 सीटें मिलने का अनुमान। लेकिन यूपी के वास्तविक चुनाव परिणाम में अगर भाजपा का अच्छा प्रदर्शन नहीं रहता है तो एक बार सियासी सरगर्मी बढ़ सकती है। राज्य की 80 सीटों के नतीजे नई सरकार को लेकर निर्णायक भूमिका निभाएंगे।