उझानी। नगर में युवक की संदिग्ध मौत के बाद आधी रात पुलिस ने जबरन शव को कब्जे में ले लिया है। युवक के घर सोमवार सुबह एक सिपाही पूछताछ के लिए पहुंचा था। जिसके बाद दहशत में उसकी मौत हो गयी। इस दौरान पुलिसकर्मी चुपचाप वहां से खिसक गया। परिजनों का आरोप है कि आधी रात पुलिस ने घर में घुसकर शव को कब्जे में लिया और लोगों से मारपीट की।
नगर के मोहल्ला बहादुरगंज निवासी रवि राठौर अपनी माँ के साथ घर में रहता था। पेशे से हलवाई रवि चोरी के मामले में जेल भी काट चुका है, उसका छोटा भाई अखिलेश भी एक मामले में जेल में हैं। सोमवार सुबह करीबन 7 बजे दिल्ली पुलिस का एक सिपाही रवि राठौर के भतीजे अजय की तलाश करते हुए उनके घर पहुँच गया। अजय दिल्ली के आनंद पर्वत थाने में चोरी का मामले में वांछित है। सिपाही ने रवि राठौर से पूछताछ की जिसके कुछ ही देर रवि वहीं बेहोश हो गया। सिपाही ने उसे जमीन से उठाकर खाट पर लिटाया, वृद्ध मां से मांगकर उसे पिलाया लेकिन रवि की हालत तेजी से बिगड़ी तब वो वहां से रफूचक्कर हो गया।
रवि की लगातार बिगडती हालत को देखते हुए पड़ोसी उसे डॉक्टर के पास ले गए लेकिन डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। रवि की मौत के बाद परिवार में कोहराम मच गया। वहीं इस मामले में परिवार ने कोई तहरीर नही दी है। कोतवाल विनोद चाहर के मुताबिक दिल्ली पुलिस का सिपाही अजय नामक व्यक्ति का कुर्की का सम्मन लेकर आया था। इस मामले से रवि का कोई सम्बन्ध नही हैं, सिपाही रवि के घर क्यों पहुंचा इसकी जानकारी नही है।
वही सोमवार रात करीबन 12 बजे भारी तादाद में पुलिस प्रशासन रवि के घर जा पहुंचा। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक पुलिसकर्मियों ने जबरन शव को कब्जे में लिया और वहां से निकल गए। इस दौरान विरोध करने पर लोगों के साथ मारपीट भी की गयी। जिसमे महिलाओं के चोटें आई हैं। रवि राठौर के रिश्तेदार रिंकू ने बताया कि परिवार की ओर से पुलिस को तहरीर नही दी गयी थी इसके बावजूद भी पुलिस पोस्टमार्टम का दवाब बना रही थी। जिसके बाद आधी रात में जबरन शव को लेकर चले गए। बताया जा रहा है युवक की संदिग्ध मौत के हलते पोस्टमार्टम के लिए शव को कब्जे में लिया गया है।