बदायूं। ककराला में शिक्षा के मंदिर में नशे का कारोबार वर्षो से पनप रहा है। पुलिस ने 25 बोरा डोडा के साथ तीन युवकों को गिरफ्तार करने के साथ कॉलेज के मालिक को भी आरोपी बनाया है हालाँकि फरार मालिक पुलिस की गिरफ्तार से बाहर है। कॉलेज मालिक ने अपने बेटे को कॉलेज मैनेजर बना रखा है। लेकिन पुलिस की पड़ताल से मैनेजर बेटा दूर नजर आ रहा है।
अलापुर थाना क्षेत्र के गांव गभियाई स्थित अब्दुल्ला डिग्री कॉलेज में 15 जुलाई को एसपी सिटी की विशेष टीम ने छापामारी करते हुए 25 बोरा डोडा बरामद करने के साथ ही डोडा पीसने का कटर, दो बाइक, ट्रैक्टर और तीन आरोपितों को कब्जे में लिया था। पूछताछ में उन्होंने डिग्री कॉलेज के मालिक का नाम भी बताया था। जिसके बाद पुलिस ने कॉलेज मालिक को आरोपी बनाया है लेकिन नजमुल फरार है।
कॉलेज मालिक नजमुल जमा खां पुत्र लुकमान निवासी ककराला कई वर्षों से नशे के कारोबार में हैं। उसके पास डोडे का लाईसेंस भी था लेकिन सरकार ने उसे निरस्त करा उसके गोदाम को सील कर दिया गया था। वर्ष 2015 में सपा सरकार के दौरान नजमुल ने अपने बेटे अब्दुल्ला के नाम पर डिग्री कॉलेज खोला। नजमुल ने अब्दुल्ला खान को कॉलेज का मैनेजर बनाया है। पुलिस प्रशासन से बचने के लिए पोस्ता से डोडा बनाने का सारा काम कॉलेज से जुड़े खेतों में ही किया जाता था। जिसके बाद डोडा के बोरे कॉलेज के कमरों में रख दिया जाता है। अब सवाल उठ रहे हैं कि कॉलेज में पनपने वाले इस कारोबार की भनक कॉलेज मैनेजर अब्दुल्ला खान को नहीं थी। आखिर पुलिस प्रशासन अब्दुल्ला खान से सवाल क्यों नही पूछ रही है।
नजमुल जमा खां का नशे का कारोबार दूसरे राज्यों तक फैला हुआ है। राजनैतिक रसूख की बदौलत अपने कारोबार से उसने करोड़ो की सम्पत्ति बनाई है। वहीं आलीशान जिन्दगी जीने वाला अब्दुल्ला खान न सिर्फ मोबाइल का शौकीन है बल्कि उसके पास शानदार गाड़ियाँ भी हैं। आखिर कॉलेज में चल रहे इस कारोबार की भनक उसे कैसे नही थी, फिलहाल मैनेजर बेटे की भूमिका भी संदिग्ध नजर आ रही है।