बदायूं। कोरोना से जंग में बदायूं ने दिल खोलकर साथ निभाया। प्रधानमंत्री के जनता कर्फ्यू के आह्वान पर बदायूं जिले के वाशिंदों ने भी संयम के साथ घर पर रहने का संकल्प लिया। यही कारण रहा कि जिलेभर में जनता कर्फ्यू का ऐतिहासिक असर देखने को मिला। वहीं यूपी के अधिकांश जिलों में लॉक डाउन कर दिया गया है, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से इसे पहला चरण बताया है।
कोरोना वायरस को महामारी घोषित किया जा रहा है। केंद्र और प्रदेश सरकारें इससे निपटने के लिए काम कर रही हैं। वहीं जनता भी शासन प्रशासन के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी है। रविवार को जनता कर्फ्यू का जिलेभर में शत प्रतिशत पालन हुआ। सड़क पर सिर्फ पुलिस कर्मी, मीडिया कर्मी व नगर पालिका के अफसर व कर्मचारी नजर आए। बदायूं के वाशिंदों ने दुकानें, प्रतिष्ठान, होटल, रेस्टोरेंट, सब्जी मंडी आदि को बंद रखा और खुद को परिवार सहित घरों में कैद करके कोरोना वायरस पर वार किया। चाय के खोखों से लेकर पान की दुकानों में ताले लटकते हुए नजर आए। यहां तक टेंपा, टिर्री व रिक्शा चालक भी नजर नहीं आए। जिन बाजारों में हर रोज हजारों लोगों की भीड़ रहती थी वहां सन्नाटा छाया रहा। सड़के वीरान पड़ी हुई थीं। शहर में सिविल लाईन्स चौराहा, कचहरी सहित तमाम मुख्य मार्गों पर सन्नाटा पसरा हुआ दिखा।
जिले के शहर से लेकर कस्बों और गांवो में लोग घर में रहे। जनता कर्फ्यू में सहयोग जनता ने अपनी मर्जी से किया। वहीं कुछ लोग बाहर भी आए तो पुलिस ने उन्हें घरों में भेज दिया। डीएम-एसपी ने जनता कर्फ्यू को प्रभावशाली बनाने के लिए जिले के बाजारों, बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन आदि स्थानों पर जायजा लिया। शाम पांच बजे से कोरोना के खिलाफ लड़ रहे योद्धाओं के सम्मान में लोग ताली, शंख और घंटी बजाने में जुट गए। घरों की छत, बॉलकनी पर लोगों ने वातावरण ध्वनिमय कर दिया। जिले भर में यह अद्भुत दृश्य बना रहा।
क्यों जरूरी है जनता कर्फ्यू,
जनता कर्फ्यू के जरिए हम अपने घर में रहकर कोरोना वायरस के प्रसार की कड़ी को तोड़ सकते हैं। यह वायरस परमाणु बम के चेन रिएक्शन की तरह ही फैल रहा है। रविवार के बाद भी जनता कर्फ्यू जरुरी है, इसमें देशवासियों का सहयोग जरूरी है।
लॉक डाउन का पहला चरण
कोरोना वायरस की चुनौतियों से निपटने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को लखनऊ, गोरखपुर, कानपुर समेत 15 जिलों को लॉकडाउन कर दिया है। ये लॉक डाउन पहले चरण का है जो कि 23 से 25 मार्च तक रहेगा। गोरखपुर में गोरखनाथ मंदिर परिसर में मीडिया से बातचीत में सीएम ने कहा कि पहले चरण में 15 जिलों को लॉकडाउन किया जा रहा है।
इन जिलों की समीक्षा की जाएगी और जरूरत पड़ने पर लॉकडाउन आगे बढ़ाया जाएगा। दूसरे चरण में कुछ और जिलों में भी लॉक डाउन किया जा सकता है। नेपाल से सटे यूपी के जिलों में खास सतर्कता बरती जा रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि जिन जिलों में लॉक डाउन हुआ है, वहां किसी तरह की गतिविधि नहीं हो सकेगी। पुलिस, प्रशासनिक अफसर लगातार पेट्रोलिंग करेंगे। वैश्विक महामारी का खतरा अभी टला नहीं है। जरा सी लापरवाही खतरनाक हो सकती है।