बदायूं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 21 दिनों के लॉकडाउन की घोषणा के बाद कल मंगलवार शाम बाजार में घरेलू सामान लेने के लिए भारी भीड़ उमड़ी। आमजन में घरेलू सामानों को लेकर आशंका का भय बना हुआ है, हालाँकि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि, वे लोगों के घर-घर तक राशन, दूध व दवाएं समेत अन्य जरूरी सामान उपलब्ध कराएंगे। जिसके बाद जिला प्रशासन भी इस काम में जुट गया है। इसकी लिए सभी क्षेत्रों में व्यक्तियों को चयनित किया जा रहा है, जो घरों तक जरूरी सामान पहुचाएंगे।
जिला प्रशासन द्वारा जारी नगर पालिका, नगर पंचायत क्षेत्रों में व्यक्तियों को चयनित किया गया है जो दूध, फल, सब्जी आमजन तक पहुंचाएंगे। इसके लिए उनका मोबाइल नम्बर भी जारी कर दिया गया है। साथ ही उनको वार्ड और क्षेत्र के हिसाब जिम्मेदारी दी गयी है। इस तरह कोई भी शख्स बेवजह के कामों के लिए बाजार नहीं जायेगा। मुख्यमंत्री योगी ने यह भी कहा की लॉकडाउन के दौरान खाने-पीने की वस्तुओं और दवाओं की दिक्कत न हो, इसके लिए प्रदेश सरकार ने मोहल्लों की फुटकर किराना और दवा दुकानों को स्थानीय प्रशासन की इजाजत से खोलने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा की इस मामले में डीएम अपने स्तर से फैसला कर लें। ध्यान रखा जाए कि ऐसा करते समय कहीं कोई अव्यवस्था न होने पाए। प्रदेश भर में खाद्य सामग्री की घर-घर सप्लाई के लिए 12 हजार सप्लाई वैन की व्यवस्था की गई है।
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वहीं प्रदेश सरकार द्वारा आवश्यक खाद्य सामग्री उपलब्ध कराने के मद्देनजर कालाबाजारी व जमाखोरी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई शुरू कर दी गई है। खाद्य एवं रसद विभाग के अधिकारियों ने बताया कि कालाबाजारी व जमाखोरी के दो मामलों में गाजियाबाद और गौतमबुद्धनगर में एफआईआर दर्ज कराई गई है। पूरे प्रदेश में अब तक 1400 छापे डाले गए हैं। प्रशासन ने सभी जरूरी सामानों के रेट तय करने का निर्णय किया है।