उझानी (बदायूं)। वृक्षारोपण को अक्सर बड़े बड़े दावे किए जाते हैं। लाखों-करोड़ों रुपये का खर्चा कर वृक्षारोपण का कार्यक्रम आयोजित होता है लेकिन कई बार यह सब रिकॉर्ड बनाने, फोटोग्राफी, सुर्खियां बटोरने तक ही सीमित रह जाता है। रोपे गए पौधों को संरक्षित रखने और उनकी गिनती करने पर कोई ध्यान ही नहीं है। यह पता नहीं किया जाता है कि आखिर वे पौधे जीवित हैं या मृत। लेकिन कस्बा उझानी के समाजसेवियों ने एक अनूठी मिसाल पेश की है।
कस्बे के महात्मा गाँधी खेल मैदान में समाजसेवियों ने करीबन 15 दिन पहले वृक्षारोपण किया था। जिसके तहत शीशम, नीम, पाखड, शहतूत सहित कुल 54 पौधे लगाए गये थे। लेकिन आज 15 दिन बाद भी पौधे एकदम सही सलामत नजर आ रहे हैं। योगेश प्रताप सिंह, शंकर गुप्ता, सन्नी अनेजा, रोनी सक्सेना, रजत गुप्ता, कुक्कू सक्सेना ने प्रतिदिन यहाँ खाद, पानी का ख्याल रखा है। इस दौरान तीन पौधे सूख भी गए तो उनकी जगह दूसरे पौधे भी लगा दिए गए।
वहीं आज मंगलवार को जब तेज बारिश हुई तो पौधों के बह जाने का खतरा भी बढ़ गया लेकिन समाजसेवियों ने तेज बारिश में भी मैदान में पहुँचकर पौधों को सरंक्षित करने में जुट गए। पौधों के चारों ओर क्यारी बनाई गयी, इस दौरान खेल मैदान में नहा रहे एक बच्चे ने भी क्यारी बनाने में सहयोग देकर सबका ध्यान अपनी ओर खींच लिया। योगेश प्रताप सिंह ने बताया कि पौधों को सरंक्षित करने में बच्चे की मेहनत ने हम सभी को प्रोत्साहित करने का काम किया है। जल्द ही खेल मैदान हरा भरा नजर आएगा।