बदायूं। जनपद में कोरोना प्रसार पर नियंत्रण के लिए गुरूवार को अधिकारियों की बैठक हुई। इसमें जिलाधिकारी कुमार प्रशांत ने दिल्ली में बढ़ते हुए कोरोना मामलों को ध्यान में रखते हुए दिल्ली से आने वाले लोगों की बस स्टैंड पर ही कोरोना जांच कराने का निर्णय लिया है।
दिल्ली में बढ़ते कोरोना के मामलों को लेकर जिला प्रशासन भी अलर्ट हो गया है। दरअसल, भले ही लोगों को लॉकडाउन के बाद अनलॉक में रियायतें मिल गईं हों लेकिन कोरोना संक्रमण का खतरा टला नहीं है। ऐसे में दिल्ली में बढ़ती मरीजों की संख्या को देखते हुए जिले में सतर्कता रखने के लिए गुरुवार को कलेक्ट्रेट स्थित कार्यालय में जिलाधिकारी कुमार प्रशान्त ने मुख्य विकास अधिकारी निशा अनंत एवं मुख्य चिकित्साधिकारी डाॅ. यशपाल सिंह व स्वास्थ्य विभाग के अन्य चिकित्सकों के साथ कोरोना वायरस के सम्बंध में बैठक आयोजित की।
डीएम ने कहा कि कई देशों में कोविड-19 के मामले एक बार कम होने के बाद बढ़ने की खबरे सामने आ चुकी हैं, दिल्ली एवं एनसीआर क्षेत्रों में भी कोविड-19 के मामले कम होने के बाद बढ़ रहे हैं। सर्दी के दिनों में खांसी, नज़ला, जुकाम आम तौर पर होने लगता है। इसीलिए दिल्ली एवं एनसीआर क्षेत्रों से आने वाले यात्रियों का सहसवान, उझानी, बदायूँ, दातागंज एवं बिसौली आदि बस स्टैण्ड्स पर ही अभियान चलाकर कोविड-19 का टेस्ट कराया जाए। रास्ते में उतरने वाले यात्री निकटम प्राथमिक एवं सीएचसी एवं पीएचसी पर भी कोविड-19 का टेस्ट करा सकते हैं। डीएम ने एएआरएम को निर्देश दिए कि चालक-परिचालकों को अपने स्तर से निर्देशित कर दें कि यात्रियों को बस अडडे पर उतार कर उनको कोविड-19 टेस्ट कराने में सहयोग करें, बस अड्डे पर स्टेटिक टीम भी एक्टिव रहेंगी। डीएम ने निर्देश दिए कि काॅटेक्ट टेस्टिंग की गति में तेजी लाई जाए।
डीएम ने कोरोना के साथ ही डेंगू, मलेरिया की भी समीक्षा की। जिसमे मुख्य रूप से ग्राम स्तर पर साफ सफाई, लार्वा सर्वे व फीवर सर्वे की चर्चा के साथ ही सीएमओ को निर्देश दिए कि नियमित रूप से डेंगू मलेरिया के स्वास्थ्य शिविर आयोजित होते रहे और धनात्मक लोगो को समय से दवाई मिले व केस का फोलोअप सुनिश्चित हो। साथ ही दातागंज, समरेर, जगत, सैदपुर, सलारपुर के ग्रामो की वर्तमान स्थिति जानी और डेंगू पर विशेष रूप से कार्य करने हेतु निर्देशित किया।
इसके बाद डीएम ने सीडीओ, सीएमओ व राजकीय मेडीकल काॅलेज के प्रिंसीपल व अन्य चिकित्सकों के साथ बैठक कर राजकीय मेडीकल काॅलेज की व्यवस्थाओं का जायजा लिया। डीएम ने निर्देश दिए कि आश्रय आवास में संचालित एल-1 को अब राजकीय मेडीकल काॅलेज के टाॅवर-3 में शिफ्ट किया जाए, एल-1 की व्यवस्था के लिए बेड शिफ्ट किए जाएं, इसके साथ ही साफ-सफाई का विशेष ख्याल रखा जाए।
डीएम ने कार्यदायी संस्था के जेई को निर्देश दिए कि 10 दिन के भीतर अपूर्ण कार्याें को पूर्ण कराएं, जिससे एल-1 को जल्द शिफ्ट किया जा सके। सीढ़ियों के पास पड़ा कूड़ा देखकर नाराजगी व्यक्त करते हुए इसे तत्काल प्रभाव से हटाने के निर्देश दिए। उन्होंने कंट्रोल रूम में जाकर सीसीटीवी कैमरे का व्यू चेक कर कैमरे सक्रीय रहने के निर्देश दिए।