उझानी: क्षेत्र में हुई लूट की वारदातों के खुलासे के लिए हिरासत में लिए हिस्ट्रीशीटर की मौत हो गयी, पुलिस का दावा है कि उसने घर में ही गृहक्लेश की वजह से सल्फास खाया था वहीं उसकी पत्नी के मुताबिक पुलिस घर से उसे सही सलामत ले गयी थी। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
कोतवाली क्षेत्र में करीबन एक माह पहले बरेली-आगरा हाईवे पर बितरोई मोड़ के पास बिल्सी के एक व्यापारी के परिवार से बदमाशों ने लूटपाट की थी। वहीं एक सप्ताह पहले जरीफनगर इलाके के दो पिकअप वाहनों के चालक-परिचालकों से बदमाशों ने बंदूक की नोक पर लूट की थी। दोनों ही घटनाओं में बदमाशों ने वाहनों के टायर को पंक्चर कर दिया था। इससे पहले संजरपुर-रिसोली मार्ग पर दम्पत्ति को लूट रहे बदमाशों ने बचाने आए एक युवक को गोली मार दी थी। लगातार बढती वारदातों से पुलिस के हाथ-पाँव फूल गए, आसपास के गाँवों से कई युवकों को हिरासत में लेकर पूछताछ भी की गई लेकिन कोई कामयाबी हासिल नहीं हुई। इसी सिलसिले में पुलिस ने रविवार रात को क्षेत्र के गाँव छ्तुइया में दबिश दी।
पुलिस ने हिस्ट्रीशीटर दिनेश शर्मा पुत्र गंगाराम को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया लेकिन पूछताछ से पहले ही उसकी हालत बिगड़ गई। थाने में वो बेहोश हो गया तो पुलिसकर्मी उसे उझानी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लेकर गए। जहाँ से उसे मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया। कुछ देर बाद उसकी मौत हो गई। पुलिस का दावा है कि उसने जहर खाया था, इस वजह से उसकी मौत हुई है।
आखिर कहाँ खाया जहर?
पुलिस द्वारा जारी किये गये वीडियो में एसआई जितेन्द्र सक्सेना के पूछने पर दिनेश शर्मा बताता है कि उसने सल्फास खाई है, इससे पुलिस के इस दावे की पुष्टि तो होती है कि सल्फास खाया गया था लेकिन हिस्ट्रीशीटर ने सल्फास कहाँ खाया, यह सवाल बना हुआ है। पुलिस की माने तो दबिश देने से पहले ही वो सल्फास खा चुका था, पुलिस का दावा है कि गृहक्लेश की वजह से उसने जहर खाया वहीं दिनेश शर्मा की पत्नी गीता शर्मा के मुताबिक पुलिस उसके पति को घर से सही सलामत ले गयी थी।
गीता शर्मा ने बताया कि रविवार रात को करीबन 10 बजे हम दिल्ली दिल्ली से आए थे, कुछ ही देर में बाद करीबन 20 पुलिसकर्मियों ने घर में दबिश दी, उन्होंने हम दोनों के साथ मारपीट की और दिनेश शर्मा के प्राईवेट हिस्से पर भी लात मारी। इसके बाद पुलिस दिनेश शर्मा को हथकड़ी डालकर ले गयी। काफी देर बाद में पुलिसकर्मी फिर घर आए और जिसमे दो पुलिसकर्मी एक कमरे में जाकर बंद हो गए, उन्होंने वहां क्या किया इसकी जानकारी नहीं हैं। वहां से निकलने के बाद मुझे भी अपने साथ थाने ले गए।
गीता शर्मा के मुताबिक जब वो थाने पहुंची तो दिनेश शर्मा वहां नहीं थे, पूछने पर पुलिस वालों ने बताया कि तुम्हारे पति की तबियत ठीक नहीं हैं, उन्हें मेडिकल कॉलेज ले गए हैं। इसके बाद पुलिस उसे अस्पताल ले गयी और वहां पहुंचकर एक सादे कागज पर हस्ताक्षर करवा कर बोल बोलकर लिखवाया कि मेरे पति ने जहरीली पदार्थ खा लिया था और पुलिस की मदद से उसे अस्पताल लाया गया।
हिस्ट्रीशीटर पर दर्ज हैं 16 केस
दिनेश शर्मा उर्फ़ पंकज शर्मा पर चोरी, लूट, हत्या, तमंचा, बलात्कार, समेत 16 मुकदमें जनपद में दर्ज हैं। इसके अलावा गैरजनपद में भी कई मामले चल रहे हैं।