लखनऊ/बदायूं। उत्तर प्रदेश त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के लिए पंचायत विभाग की ओर से मंगलवार को अधिकतर जनपद की अनंतिम आरक्षण सूची जारी कर दी गई। चुनाव को लेकर महिला, अनुसूचित जनजाति, अनुसूचित जाति, पिछड़ा वर्ग के लिए आरक्षित और अनारक्षित सीटों के आवंटन की सूची का लंबे समय से इंतजार किया जा रहा था। सीटों पर आरक्षण की स्थिति साफ होने के बाद जहां कई लोगों को मुंहमांगी मुराद मिली वहीं कइयों के चेहरे मुरझा गए।
प्रदेश के 75 जिलों में जिला पंचायत अध्यक्ष, 826 विकास खंडों में प्रमुख क्षेत्र पंचायत और 58,194 ग्राम पंचायतों में ग्राम प्रधानों के चुनाव के लिए अनुसूचित जाति, पिछड़ा संवर्ग और महिला के अलावा सामान्य वर्ग के लिए निर्धारित कोटे की सूची जारी कर दी गयी है। वहीं जनपद बदायूं की 1,037 ग्राम पंचायतों में प्रधानी पर कौन सी सीट आरक्षित होगी और कौन सी नहीं इस सवाल को जेहन में लिए पिछले कई दिनों दावेदार और समर्थक विकास भवन से लेकर ब्लॉक मुख्यालयों तक के चक्कर लगा रहे हैं। महिला, अनुसूचित जनजाति, अनुसूचित जाति, पिछड़ा वर्ग के लिए आरक्षित और अनारक्षित सीटों के आवंटन की सूची का यह इंतजार बुधवार तीन मार्च को खत्म होगा।
इससे पहले प्रदेश में जिला पंचायत अध्यक्ष के लिए अनुसूचित जाति संवर्ग में छह महिला समेत कुल 16 सीटें आरक्षित की गई हैं। अन्य पिछड़ा वर्ग में सात महिला समेत कुल 20 सीटें आरक्षित की गई हैं जबकि महिलाओं के लिए 12 सीटों के अलावा 27 अन्य सीटें अनारक्षित की गई हैं। जिला पंचायत अध्यक्ष के लिए सभी वर्गों की मिलाकर महिलाओं के लिए कुल 25 सीटें आरक्षित की गई हैं।
जिला पंचायत अध्यक्षों की आरक्षण की सूची
अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित जिले : कानपुर नगर , औरैया, चित्रकूट, महोबा, झांसी , जालौन, बाराबंकी, लखीमपुर खीरी , रायबरेली, मिर्जापुर जिला
अनुसूचित जाति (स्त्री) के लिए आरक्षित जिले : शामली, बागपत , लखनऊ , कौशांबी , सीतापुर , हरदोई जिला
अन्य पिछड़ा वर्ग (स्त्री) के लिए आरक्षित जिले : संभल, हापुड़, एटा , बरेली , कुशीनगर, वाराणसी, बदायूं
अन्य पिछड़ा वर्ग के लिए आरक्षित जिले : आजमगढ़, बलिया, इटावा, फर्रुखाबाद, बांदा, ललितपुर, अंबेडकर नगर, पीलीभीत , बस्ती, संतकबीरनगर , चंदौली , सहारनपुर , मुजफ्फरनगर
स्त्रियों के लिए आरक्षित: कासगंज , फिरोजाबाद, मैनपुरी, मऊ, प्रतापगढ़ , कन्नौज, हमीरपुर , बहराइच, अमेठी , गाजीपुर , जौनपुर, सोनभद्र
अनारक्षित : अलीगढ़ , हाथरस, आगरा , मथुरा , प्रयागराज , फतेहपुर, कानपुर देहात , गोरखपुर, देवरिया , महाराजगंज , गोंडा , बलरामपुर , श्रावस्ती , अयोध्या, सुल्तानपुर, शाहजहांपुर , सिद्धार्थनगर , मुरादाबाद , बिजनौर , रामपुर, अमरोहा , मेरठ , बुलंदशहर , गाजियाबाद , गौतमबुद्धनगर, उन्नाव, भदोही.
इतने पदों पर होना है चुनाव
उत्तर प्रदेश में प्रदेश में जिला पंचायत सदस्यों की 3 हजार 51 ब्लॉक प्रमुखों की 826, क्षेत्र पंचायत सदस्यों की 75 हजार 855, ग्राम प्रधान पद की 58 हजार 194 और ग्राम पंचायत सदस्यों की 7 लाख 31 हजार 813 सीटें हैं। इनमें 51 फीसदी सीटें अनारक्षित हैं। एक फीसदी सीटें अनुसूचित जनजाति, 21 फीसदी अनुसूचित जाति, 27 फीसदी अन्य पिछड़ा वर्ग और एक तिहाई महिलाओं के लिए रिजर्व हैं।
15 मार्च को अंतिम सूची
आरक्षण सूची पर 8 मार्च कर आपत्तियां दर्ज करायी जा सकती है। 12 मार्च तक उनका निस्तारण किया जाएगा और अंतिम सूची का प्रकाशन 13 एवं 14 मार्च, 2021 को किया जाएग।. कोरोना महामारी के कारण इस बार यूपी पंचायत चुनाव पेपरलेस होने वाला है। उम्मदवारों के नामांकन से लेकर मतदान और काउंटिंग तक सभी ऑनलाइन होंगे। बताया जा रहा है कि 25-26 मार्च तक उत्तर प्रदेश चुनाव आयोग जिला पंचायत अध्यक्ष, जिला पंचायत सदस्य, ग्राम प्रधान, ग्राम पंचायत सदस्य और ब्लॉक प्रमुख पदों के लिए चुनाव की अधिसूचना जारी कर दी जाएगी। अप्रैल से नामांकन शुरू हो जाएगा। माना जा रहा है कि 10 अप्रैल से पंचायत चुनाव की शुरुआत होगी। यह चुनाव चार चरणों में कराया जा सकता है।