उझानी। पांच लाख रुपये की लूट की सूचना देकर पुलिस को दौड़ाने के मामले में जांच के बाद पुलिस को पता लगा कि असलियत में मामला लूट का नहीं बल्कि आपसी मारपीट का है। पुलिस ने दोनों पक्षों के लोगों को हिरासत में लेकर खिलाफ शांति भंग करने के आरोप में कार्रवाई की है।
शुक्रवार को कस्बे के सब्जी मंडी के नजदीक मोहल्ला अयोध्यागंज निवासी युनुस पुत्र मो. हनीफ ने डायल-112 पर लूट की सूचना दी थी। पुलिस के पहुँचने पर यूनुस ओर उसके साथी मिट्ठू पुत्र सफी अहमद, नासिर पुत्र हनीफ ने आरोप लगाया कि पुराने सिनेमा हाल के पास उसकी आढत में कुछ लोगों ने मारपीट कर उससे पाँच लाख रुपये पैसे छीन कर भाग गये हैं। लूट की सूचना मिलते ही कोतवाली पुलिस भी मौके पर पहुंची। यूनुस और उसके साथियों ने मोहल्ला अयोध्यागंज निवासी आविद उर्फ श्रीपाल पुत्र यासीन और नासिर पुत्र यासीन पर लूट का आरोप लगाया।
लूटपाट के आरोपियों का नाम लेने से पुलिस का माथा ठनका जिसके बाद पुलिस ने आसपास के लोगों से घटना की जानकारी की तो स्थानीय लोगों ने इस तरह की घटना से इनकार कर दिया। पूछताछ के लिए दोनों पक्षों के पाँचों लोगों को कोतवाली लाया गया। पूछताछ में यह बात साफ हो गई कि मामला केवल मारपीट का है और लूट की सूचना झूठी है। दरअसल युनुस की स्वीफ्ट कार मंडी में आढत पर खड़ी थी। वहां से गुजरते हुए दूसरे पक्ष की बाइक कार से रगड़ गई। इसी बात पर दोनों पक्षों के बीच झगड़ा हुआ था। पुलिस ने दोनों पक्षों के पांच युवकों शांति भंग करने में कार्रवाई करते हुए चालान किया गया है।