उझानी। लॉकडाउन में पुलिस द्वारा किए जा रहे पक्षपात के आरोप को लेकर रविवार को कस्बे में व्यापारी भड़क गए। इस दौरान भाजपा नेता भी पहुँच गए तो उनसे भी नोकझोंक हुई। आक्रोशित व्यापारियों ने पुलिस प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। मामला बढ़ता देख पुलिस बैकफुट पर आ गई और थाने लौट गयी। जिसके बाद कोतवाली में भी दोनों पक्षों में गहमागहमी का माहौल बना रहा।
रविवार सुबह कस्बे में बिल्सी रोड पर संकेत चौहान की मिठाई की दुकान खुली थी, इसी दौरान एसएसआई खुर्शीद अहमद वहां पहुँच गए। आरोप है कि उन्होंने दुकानदार से बत्तमीजी से बात की। जिसके बाद वहां मौजूद व्यापारी भी इक्कठा हो गए। संकेत ने आरोप लगाया कि पुलिस पक्षपात के तहत कार्य कर रही है, कुछ दुकानें पूरी तरह से खुल रही हैं तो कहीं पुलिस दुकान नहीं खुलने नहीं दे रही है। इस दौरान भाजपा नेता योगेश प्रताप सिंह समेत कई लोग पहुंच गए और पुलिस की कार्रवाई का विरोध किया। दोनों के बीच बहस हुई तो एसएसई ने उन्हें धक्का दे दिया। इसके बाद एसएसआई ने भाजपा नेता को जीप में बैठाकर कोतवाली ले जाने की कोशिश हुई तो व्यापारियों ने जमकर नारेबाजी की। लोगो का आक्रोश बढ़ता देख पुलिस उलटे कदम वापस लौट गयी।
घटना से नाराज तमाम व्यापारी और भाजपा नेता योगेश प्रताप सिंह ने कोतवाली पहुंचकर इंस्पेक्टर विशाल प्रताप सिंह के सामने आपत्ति व्यक्त की। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन के नाम पर पुलिस छोटे व्यापारियों का उत्पीड़न कर रही है वहीं कई बड़े व्यापारियों को खुली छूट दी गयी। मामले में कोतवाली में भी गहमागहमी का माहौल रहा।
योगेश प्रताप सिंह ने कहा कि हम कर्फ्यू का पूर्ण रूप से पालन करने के साथ पुलिस की मदद कर रहे हैं लेकिन पुलिस प्रशासन की कार्यप्रणाली छोटे व्यापारी हित में नहीं है। कस्बे में बाजार भी पूरी तरह बंद होने चाहिए। लेकिन कुछेक दुकानों को छूट दी गयी है, पुलिस उनकी दुकानों को बंद कराने नहीं जा रही है। यदि प्रशासन दुकानों को बंद कराता है तो सभी की कराए। वहीं इंस्पेक्टर विशाल प्रताप सिंह ने कहा कि पुलिस पर पक्षपात के तहत कार्रवाई करने का आरोप पूरी तरह से निराधार है। पुलिस लगातार गश्त पर है, कर्फ्यू का पालन नहीं करने वालों पर मुकदमा दर्ज किया जा रहा है।
यूहीं ही नहीं है पक्षपात का आरोप
पुलिस पर पक्षपात का आरोप यूहीं नहीं लगाया गया है। लॉकडाउन के पहले दिन से ही कस्बे में भीड़ उमड़ रही है। दुकानदार शटर डाले बाहर बैठे रहते हैं और ग्राहक अंदर खरीदारी करता है। मुख्य चौराहे पर ही कपड़ा मार्केट, सर्राफा मार्केट दुकान का आधा शटर उठाकर व्यापार कर रहे हैं। हैरानी की बात है कि स्टेशन रोड पर कोतवाली के निकट ही कई दुकानें सुबह-शाम खुलती हैं लेकिन एसएसआई का चाबुक बिल्सी रोड पर आकर चलता है। लॉकडाउन को लेकर भारी अनियमितताए सामने आ रही है हालाँकि पुलिस कार्रवाई का दावा भी करती है।