लखनऊ। डॉ. राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान की महिला डॉक्टर के फेफड़ा प्रत्यारोपण का खर्च अब प्रदेश सरकार उठाएगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने डॉक्टर के इलाज के लिए डेढ़ करोड़ रुपये की धनराशि जारी की है। इसके बाद डॉक्टर के परिजनों तथा लोहिया संस्थान प्रशासन ने मुख्यमंत्री का आभार जताया है।
मूलरूप से बिहार की आरा निवासी लोहिया संस्थान की 31 वर्षीय रेजिडेंट डा. शारदा सुमन स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग में वर्ष 2018 में जूनियर रेजिडेंट के पद पर ज्वॉइन किया था। इस समय वह संस्थान में डीएनबी कोर्स कर रही हैं। मई 2019 में डॉ. अजय से उनका विवाह हुआ था। दोनों लोहिया संस्थान में बतौर रेजिडेंट तैनात हैं। ड्यूटी के दौरान ही वह संक्रमित हुई थीं। डा. शारदा सुमन लोहिया संस्थान के कोविड अस्पताल में पिछले 45 दिनों से इकमो मशीन के सपोर्ट पर जीवन से संघर्ष कर रही हैं।
14 अप्रैल को जब वह संक्रमित हुई थीं तो आठ माह की गर्भवती थीं। 19 अप्रैल को तबीयत गंभीर होने पर अस्पताल में भर्ती कराई गईं। एक मई को आपरेशन कर उनकी डिलीवरी कराई गई। संस्थान के प्रवक्ता डा. श्रीकेश सिंह ने बताया कि डा. शारदा ने एक बच्ची को जन्म दिया है, जो स्वस्थ है। लेकिन संक्रमण का असर उनके फेफड़े पर भी पड़ा था। इसके बाद डाक्टरों ने उन्हें फेफड़ों को प्रत्यारोपित कराने की सलाह दी थी, मगर खर्च अधिक होने से परिवारजन की उम्मीदें धूमिल होने लगी थीं।
चिकित्सा अधीक्षक डा. विक्रम सिंह ने बताया कि निदेशक डा. सोनिया नित्यानंद, सीएमएस डा. राजन भटनागर के साथ उन्होंने सीएम से मुलाकात कर डा. शारदा की जान बचाने के लिए फेफड़े के प्रत्यारोपण का विकल्प बताया। इसके बाद तीन दिनों में ही सीएम योगी ने कमेटी बनाकर धनराशि जारी कर दी। अब चेन्नई में महिला डाक्टर का फेफड़ा प्रत्यारोपण कराया जाएगा। परिवार का कहना है कि सीएम योगी का शुक्रिया अदा करने के लिए हमारे पास शब्द नहीं हैं। इससे कोविड सेवा कर रहे अन्य डाक्टरों का हौसला और बढ़ेगा।