बदायूं। पुलिस अधीक्षक ने जिले की कानून व्यवस्था और बेहतर बनाने के लिए पुलिस महकमे में फेरबदल किया है। एसएसपी ने उझानी, दातागंज और फैजगंज बेहटा के थानाध्यक्ष बदल दिए हैं।
एसएसपी संकल्प शर्मा ने उझानी से कोतवाल विशाल प्रताप सिंह को हटाकर फैजगंज बेहटा में तैनात इंस्पेक्टर अजय चाहर को यहाँ कोतवाल बनाया है। विशाल प्रताप सिंह को दातागंज की कमान सौंपी गई है। वहीं सब-इस्पेक्टर सुरेश चन्द्र गौतम को पीआरओ से फैजगंज बेहटा का प्रभार दिया गया है। इंस्पेक्टर विशाल प्रताप सिंह बेहद ही शांत स्वाभाव के माने जाते हैं, कस्बे में इंस्पेक्टर के तौर पर उनकी पहली नियुक्ति हुई थी। विवादों से दूर वो किसी दवाब में काम करना पसंद नहीं करते हैं, पिछले दिनों लॉकडाउन के बावजूद दुकान खोलने को लेकर भी उनका एक भाजपा नेता से विवाद हुआ था, वहां भी उन्होंने सत्ता पक्ष को खुद पर हावी नहीं होने दिया था। ऐसे में उन्हें क्यों हटाया गया है, यह सवाल बरकरार है।
वहीं दातागंज कोतवाली कुछ दिनों से विवादों से घिरी हुई है। यहाँ थाने के पास ही एक एक युवती की उसके भाई और पिता ने हत्या कर दी गयी थी, युवती कोर्ट मैरिज के बाद बयान देने आ रही थी। बीते सप्ताह एसएसपी संकल्प शर्मा चेकिंग पर निकले थे। वह सिविल लाइंस और कोतवाली इलाके चेक करते हुए अलापुर थाने पहुंचे। उन्होंने थाने में मौजूद पुलिस कर्मियों से जानकारी ली कि इस समय किस-किस की ड्यूटी है। इसी दौरान एसएसपी ने दातागंज इंस्पेक्टर अजीत सिंह से बात की। इंस्पेक्टर से उनकी लोकेशन पूछी तो उन्होंने बताया कि वह इस समय अलापुर में हैं।
जबकि एसएसपी स्वयं अलापुर में मौजूद थे। उन्होंने इंस्पेक्टर को बुलाया लेकिन वह एसएसपी के पास नहीं पहुंच सके। क्योंकि वह उस समय दातागंज कोतवाली में आराम कर रहे थे। इसी लापरवाही को देखते हुए एसएसपी ने तीनों को लाइन हाजिर कर दिया है।
इस प्रकरण के बाद बराही चौकी के प्रभारी ओमपाल सिंह यहां प्रभारी कोतवाल के रूप में काम कर रहे थे। लेकिन उनके खिलाफ घूस लेने के आरोप में गाज गिरी। दातागंज विधायक के पड़ोसी सराफा व्यापारी प्रिंस गुप्ता को मंगलवार दोपहर एक बजे कोतवाली से फोन कर बुलाया गया था। वह पहुंचे तो बताया गया कि उनके खिलाफ कोई शिकायत है, जिसकी जांच की जानी है। प्रिंस के मुताबिक देर शाम तक उन्हें थाने में बैठाए रखा गया और सिपाही ने कोतवाल के हवाल से उनसे छोड़ने के बदले में दस हजार रुपये मांगे। बाद में पांच हजार पर मान गया। पुलिस को पांच हजार रुपये दिए तो उन्हें छोड़ दिया गया।
उन्होंने इसकी शिकायत विधायक के पुत्र दातागंज ब्लॉक प्रमुख अतेंद्र विक्रम सिंह से की लेकिन कोतवाल ने उनकी बात को अनसुना कर दिया। मामला विधायक तक पहुंचा तो उन्होंने रात में ही एसएसपी संकल्प शर्मा को फोन कर पूरे घटनाक्रम की जानकारी दी। एसएसपी ने एसपी सिटी प्रवीन सिंह चौहान को दातागंज कोतवाली भेजकर जांच कराई तो आरोप सही पाए गए। एसपी सिटी ने प्रिंस को बुलाकर प्रभारी कोतवाल और सिपाही के खिलाफ रिपोर्ट लिखवा दी।