वजीरगंज (बदायूं)। क्षेत्र में लापता युवक के मामले में आखिरकार पुलिस ने अपहरण का मुकदमा दर्ज कर लिया है। दो महीने से लापता युवक के मामले में पुलिस ने नामजद 6 लोगों को आरोपी बनाया है। हालाँकि पीड़ित परिजन पहले दिन से ही आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे थे लेकिन पुलिस ने उनकी एक न सुनी। इसके बाद परिजनों ने मुख्यमंत्री से मुलाकात कर न्याय की गुहार लगाई थी।
गाँव खुर्रमपुर भमोरी निवासी सुरेश चन्द्र माहेश्वरी का 25 वर्षीय बेटा शंशाक माहेश्वरी बीते 23 जुलाई से लापता है। पुलिस ने अब इस मामले कस्बा सैदपुर निवासी दो भाई मनोज माहेश्वरी और मोहित माहेश्वरी, मोहित के बेटे टीटू माहेश्वरी के अलावा अशोक, संदीप और अनुज माहेश्वरी के खिलाफ सीआरपीसी धारा-364 के तहत मामला दर्ज कर लिया है। बताया जाता है कि शशांक का अपने ही परिवार की एक युवती से प्रेम प्रंसग था हालाँकि युवती के परिजन इस रिश्ते के खिलाफ थे। आरोप है कि उन्होंने शशांक को जान से मारने की धमकी भी दी थी। इसी बीच 23 जुलाई को शशांक अचानक ही घर से चला गया। तलाशने पर भी शशांक का कोई सुराग नहीं मिली, उसकी बाइक जरुर एक फोटो स्टूडियो की दुकान के बाहर मिली।
लापता युवक की तलाश में भटकते परिजनों ने कोतवाली से लेकर एसएसपी तक चप्पलें घिस डाली, उन्होंने युवती के परिजनों के खिलाफ हत्या की आशंका जताते हुए तहरीर भी दी बावजूद इसके पुलिस ने 12 दिन बाद गुमशुदगी का मामला दर्ज कर औपचारिकता पूरी कर ली। लेकिन दो महीने बीत जाने के बाद भी पुलिस के हाथ अभी तक खाली हैं।
पढ़िए: राज्यमंत्री से लेकर मुख्यमंत्री तक गुहार: प्रेम प्रसंग में 50 दिन से युवक लापता, हत्या की आशंका
लापता युवक शशांक के भाई राहुल माहेश्वरी के मुताबिक थानाध्यक्ष आरोपियों से पूछताछ करने की बजाए समझौते का दवाब बनाते हैं। वहीं थानाध्यक्ष अवधेश कुमार ने इन आरोपों से इनकार किया है, उन्होंने बताया कि गुमशुदगी दर्ज करने के बाद से ही युवक की तलाश की जा रही है।
शशांक कहाँ है, किस हालत में है। परिवार यह जानने के लिए बेताब है। उसके भाई रोहित और जयंत माहेश्वरी हर दिन कोतवाली के चक्कर काटते हैं। पुलिस की कार्यशैली से निराश पीड़ित भाइयों ने हाल ही में लखनऊ आवास पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात कर मदद की गुहार लगाई थी जिसके बाद पुलिस ने अब युवती के परिजनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।