सहसवान(बदायूं)। मंगलवार दोपहर सहसवान स्थित प्रमोद इंटर कॉलेज में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की जनसभा हुई। करीबन एक घंटे के कार्यक्रम में उन्होंने बदायूं के इतिहास से लेकर विपक्षी दलों पर जमकर निशाना साधा लेकिन वर्षों पुरानी बिल्सी बस स्टैंड पर बात करना भी मुनासिब नहीं समझा। इसके साथ ही उन्होंने क्षेत्र की जनता की उम्मीदों पर पानी फेर दिया।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 1328 करोड़ रुपए के विकास कार्यों के लोकार्पण व शिलान्यास किया। सहसवान पहुंचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि 2017 के चुनाव में जनता ने हमें 6 में 5 विधायक दिए थे। इसके बाद जनता ने सांसद भी भाजपा का बनाया। योगी ने कहा कि सहसवान सीट भी जिले की अन्य पांच विधानसभा सीटों की तरह भाजपा के पास होती तो यहां भी भाजपा सांसद के साथ विधायक की मदद से अभूतपूर्व विकास होता। उहोने कहा कि आज की भीड़ देखकर उम्मीद है कि इस बार सहसवान से भी सपा का सूपड़ा साफ कर देंगे। उन्होंने आह्वान किया कि यह किला भी ढहा दो।
सीएम योगी ने विकास के नाम पर सहसवान सीट की मांग तो कर डाली लेकिन शायद भूल गए कि जनता ने उन्हें बिल्सी विधानसभा सीट भी सौंपी थी जहाँ भाजपा सरकार के 5 साल बीतने के बाद भी बस स्टैंड की मांग पूरी नहीं हो पाई है।
बिल्सी की जनता करीब 25 साल से रोडवेज स्टैंड की मांग करती आ रही है। 16 मई 1997 को तत्कालीन मुख्यमंत्री मायावती ने बिल्सी से विधानसभा का चुनाव लड़ा था। मायावती ने रोडवेज बस स्टैंड बनाने की घोषणा की लेकिन छह महीने के बाद ही मायावती की सरकार गिर गई और यह मांग कागजों तक ही सिमट गयी। वर्ष 2012 में लोगों ने अखिलेश यादव को मुख्यमंत्री चुना, जनपद की 4 सीटों पर सपा को जीत मिली। उस वक्त के सांसद धर्मेन्द्र यादव ने भी तमाम कोशिशें कर डाली लेकिन बिल्सी को बस स्टैंड नहीं मिला।
2017 में बिल्सी विधानसभा समेत जनपद की जनता ने 5 सीटें भाजपा की झोली में डाल दी। इसके साथ ही बिल्सी की जनता की मांग को फिर पंख लग गए। लोगों को भरोसा था कि इन पांच सालों में बिल्सी को उसका हक मिल जाएगा। 2019 में लोकसभा सीट पर भी भाजपा का कब्जा हुआ लेकिन जनप्रतिनिधि के आश्वासन ही खत्म नहीं हुए। अब जब भाजपा के 5 साल बीतने वाले हैं तो बिल्सी की जनता ठगा हुआ महसूस कर रही है।