लखनऊ। यूपी की योगी सरकार ने प्रदेश में शनिवार से नाइट कर्फ्यू लगाने का फैसला किया है। इसके साथ ही शादियों में 200 से ज्यादा लोगों को इजाजत नहीं होगी। यह फैसला कोरोना के नए वैरिएंट ओमीक्रोन के बढ़ते खतरे को देखते हुए लिया गया है।
उत्तर प्रदेश शासन ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर शनिवार 25 दिसंबर से उत्तर प्रदेश में रात्रिकालीन कोरोना कर्फ्यू लगाने का निर्णय किया है। अब प्रदेश में रात 11 बजे से प्रात: पांच बजे तक रात्रिकालीन कोरोना कर्फ्यू लागू होगा। इसके साथ ही अब शादी-विवाह आदि सार्वजनिक आयोजनों में कोविड प्रोटोकॉल का साथ अधिकतम 200 लोगों के भागीदारी की अनुमति होगी। इनके आयोजनकर्ता को स्थानीय जिला तथा पुलिस प्रशासन को इसकी सूचना भी देनी होगी।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने इसके साथ ही निर्देश दिया है कि बाजारों में बढ़ती भीड़ को देखकर व्यापारी भी सतर्क रहे। व्यापारी लोगों को मास्क नहीं तो सामान नहीं के संदेश के साथ लोगों को जागरूक करें। बिना मास्क वाले को कोई भी दुकानदार सामान न दे। सड़कों तथा बाजारों में हर किसी के लिए मास्क को अनिवार्य किया जाए। पुलिस बल लगातार गश्त करे। पब्लिक एड्रेस सिस्टम को और प्रभावी बनाया जाए। देश के किसी भी राज्य से अथवा विदेश से उत्तर प्रदेश की सीमा में आने वाले हर एक व्यक्ति की ट्रेसिंग-टेस्टिंग की जाए। बस, रेलवे और एयरपोर्ट पर अतिरिक्त सतर्कता बरती जाए।
यूपी में कोविड के 31 नए मामले
प्रदेश में कोविड के नए मामले बढ़ने लगे हैं। अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने गुरुवार को बताया कि प्रदेश में पिछले 24 घंटे में 1.91 लाख से अधिक सैंपल जांचे गए हैं। इसमें 31 नए केस सामने आए हैं। 12 लोग ठीक हुए हैं।
प्रदेश में कोविड के एक्टिव केस बढ़कर 236 हो गए हैं। इसी बीच कोविड वैक्सिनेशन का काम भी तेजी से जारी है। प्रदेश में अब तक 19.12 करोड़ से अधिक वैक्सीन डोज लगाई जा चुकी है। 12.40 करोड़ से अधिक को पहली डोज लग चुकी है।
उत्तर प्रदेश टेस्टिंग और टीकाकरण देश में प्रथम स्थान पर
19 करोड़ 14 लाख 94 हजार से अधिक कोविड टीकाकरण और 09 करोड़ 14 लाख से अधिक टेस्टिंग करके उत्तर प्रदेश टेस्टिंग और टीकाकरण देश में प्रथम स्थान पर है। यहां 06 करोड़ 73 लाख 17 हजार से अधिक लोगों को टीके की दोनों डोज देकर कोविड का सुरक्षा कवर प्रदान कर दिया गया है।
12 करोड़ 41 लाख लोगों ने टीके की पहली डोज प्राप्त कर ली है। इस प्रकार टीकाकरण के लिए पात्र प्रदेश की कुल आबादी में से 84.23 फीसदी को पहली और 45.66 फीसदी लोगों को दोनों डोज मिल चुकी है। वैक्सीनेशन को और तेज करने की जरूरत है। इस संबंध में सभी जरूरी प्रयास किए जाएं।