उझानी (बदायूं)। नगर क्षेत्र की एक महिला ने कोतवाली में तैनात एसएसआई पर छेड़छाड़ और अशोभनीय टिप्पणी करने का आरोप लगाया है। साथ में दो सिपाहियों पर भी बदसलूकी का आरोप है। मामले में महिला ने पहले एसएसपी से शिकायत की, इसके बाद अदालत की शरण ली है।
नगर के एक मोहल्ले में महिला अपने पति और दो छोटे बच्चों के साथ किराये के मकान में रहती है। महिला के मुताबिक उसके पति ने बदायूं शहर के एक युवक से 24 हजार रुपये में पुराना टेंपो खरीदा था। टेंपो की हालत काफी खराब थी, उसकी मरम्मत में 40 हजार रूपये खर्च हुए। कुछ दिन बाद आरोपी युवक ने टेंपो के कागजात देने से मना कर दिया और 20 हजार रूपये की मांग की। महिला का कहना है कि आरोपी युवक व उसके चार साथियों ने पति से मारपीट की और टेंपो छीन लिया। इस सम्बन्ध में थाने में शिकायत दी लेकिन पुलिस ने मामला अनसुना कर दिया।
इसके बाद 29 मार्च को आरोपी युवक समेत थाने से दो सिपाही उसके घर आए और उसके पति के बारें में पूछा। महिला ने जब बताया कि पति बाहर काम कर गए हुए हैं तो सिपाहियों ने उसके साथ बदसलूकी की और जबर्दस्ती उसे अपने साथ ले जाने लगे। महिला ने काफी मशक्कत के बाद खुद को बचाया।
‘मेरे कमरे में आओ फिर तेरे पति को छोड़ दूंगा’
सिपाहियों के जाने के बाद महिला जब थाने पहुंची तो पुलिस ने उसके पति को पकड़ रखा था, वहां दोनों सिपाही उसे बुरी तरह पीट रहे थे। महिला ने जब विरोध किया तो वहां एसएसआई पहुँच गए। आरोप है कि दरोगा ने महिला को जमकर हड़काया और भद्दी-भद्दी गालियां भी दी। महिला के पति कद-काठी पर तंज कसते हुए बोले कि तेरा पति छोटा सा है तुझे संतुष्ट कैसे कर पाता होगा, तुम कमरे में आ जाओ फिर तेरे पति को छोड़ दूंगा। एसएसआई ने महिला के सीने पर भी हाथ भी मारा।
महिला का कहना है जब उसने इसका विरोध किया तो एसएसआई ने अपने साथ कमरे में सोने की बात को दोहराया वरना पति को झूठे मुकदमे में फंसाने की धमकी दी। जिसके बाद महिला उच्चाधिकारियों से शिकायत की बात कहकर वहां से निकल गयी। बाद में उसके पति को छोड़ दिया गया।
अदालत की शरण में पहुंची महिला
घटनाक्रम से परेशान महिला ने अगले दिन 30 मार्च को दरोगा और सिपाहियों की शिकायत लेकर एसएसपी ऑफिस पहुंची। इसके बाद उसने बरेली आईजी को भी प्रार्थना पत्र दिया है। महिला का कहना है कि जब वहां से कोई जवाब नहीं आया तो उसने कोर्ट में आरोपियों के खिलाफ सीआरपीसी की धारा 156-3 के तहत प्रार्थना पत्र दिया है। वहीं एसएसपी डॉ. ओपी सिंह ने बताया कि मामले की जांच चल रही है। दोषी पाये जाने पर एसएसआई के खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जायेगी।