बदायूं। कोरोना के कारण पिछले दो साल से कांवड़ यात्रा स्थगित थी पर इस साल से कांवड़ यात्रा धूमधाम से निकाले जाने की तैयारी है। कांवड़ यात्रा के सफल आयोजन को लेकर प्रदेश सरकार काफी गंभीर है वहीं बदायूं में कांवड़ियों की राह में जानवरों के अवशेष पड़े हुए हैं।
जनपद में कछला गंगाघाट पर बड़ी संख्या में कांवड़िए गंगा जल लेने पहुंचते हैं। कल से शिव भक्तों के आवागमन से जिला गुलजार रहेगा और रास्तों पर जय भोले की गूंज रहेगी। कांवड़ यात्रा के धार्मिक महत्व को देखते हुए प्रदेश सरकार सतर्क हैं और कांवड़ यात्रा के दौरान सुरक्षा, सतर्कता और स्वच्छता पर प्रदेश सरकार का अधिक जोर है। बुधवार को सिविल लाइन थाना क्षेत्र की नवादा चौकी में बदायूं-आंवला हाईवे किनारे ईद की कुर्बानी के बाद जानवरों के अवशेष पड़े हुए नजर आए। सावन माह में प्रतिदिन हजारों-लाखों की संख्या में श्रद्धालु इस मार्ग से गुजरेंगे।
परवेज कोल्ड स्टोरेज के पास पड़े यह अवशेष दूर तक फैले हुए हैं। जिन्हें देख अंदाजा लगाया जा सकता है कि कुर्बानी के बाद इन्हें हाईवे किनारे लाकर डाला गया है। जानवरों के अवशेष से भरे हुए कई प्लास्टिक के कट्टे यहाँ पड़े हुए हैं जबकि प्रशासन की ओर से परंपरागत स्थानों पर ही कुर्बानी के बाद अवशेष को चिह्नित जमीन पर दफनाने के लिए कहा गया था। वहीं नवादा चौकी इंचार्ज सुमित शर्मा ने बताया कि इस सम्बन्ध में ईद से पूर्व मीटिंग में प्रधान ने अवशेषों के लिए गड्डा में दफनाने की बात कही थी, अब शिकायत पर जेसीबी भेज दी गयी है। अवशेषों को वहां से हटाकर दफनाया जाएगा।
उधर, उझानी कोतवाली क्षेत्र में बदायूं-कासगंज मार्ग पर ज्ञान कोल्ड स्टोरेज के पास जानवरों के अवशेष दफनाने का मामला सामने आया है। बताया जा रहा है कि कुर्बानी के बाद आधी रात में जेसीबी से इन्हें हाईवे किनारे दफनाया गया, साथ ही कई अवशेषों को वहीं खुले में छोड़ दिया गया। इस सम्बन्ध में हिंदू जागरण मंच ने एसआई अनूप सिंह को ज्ञापन सौंपा है। जिलाध्यक्ष मुकेश वर्मा ने बताया कि जानवरों के अवशेष खुले में पड़े हुए हैं, साथ ही उन्हें प्रतिबंधित मांस की आशंका व्यक्त की है। इस दौरान नमन सैनी, अरविन्द परमार, अभिषेक ठाकुर आदि मौजूद रहे।