उझानी(बदायूं)। उझानी में सोमवार सुबह मदरसे से तिरंगा यात्रा निकालने को लेकर विवाद खड़ा हो गया। आसपास लोगों की भारी भीड़ जमा गयी। सूचना पर पुलिस पहुंची तो आरोपी भाग खड़े हुए, मदरसा शिक्षक ने पुलिस को तहरीर दी है।
नगर के मोहल्ला गद्दी टोला, मानिकपुर रोड पर मस्जिद-ए-इमाम में बीते 10 वर्षों से ‘दारुल उलूम फैजाने वहाउद्दीन इस्लामियां स्कूल’ मदरसा संचालित है। सोमवार सुबह हर साल की तरह मदरसे में स्वत्रंतता दिवस का कार्यक्रम चल रहा था। आजादी के अमृत महोत्सव के तहत करीबन 200 छात्र-छात्राएं हाथों में तिरंगा थामे रैली निकालने की तैयारी कर रहे थे। आरोप है कि पड़ोस के ही फरियाद और उनके तीन लड़के महताब, सादाब, आफताब वहां पहुँच गए और तिरंगा रैली का विरोध किया।
जब मस्जिद के इमाम और मदरसा शिक्षक मोहम्मद रिजवान ने उनसे वजह पूछी तो आरोपियों ने मदरसे से तिरंगा रैली की नई परम्परा पर एतराज जताया। दोनों के बीच बहस बढ़ी तो एक युवक महताब ने रिजवान पर ईंट फेंककर मार दी जिसमे वो बाल-बाल बच गए। बवाल बढ़ता देखकर स्थानीय लोग जमा हो गए और उन्होंने दोनों पक्षों के बीच-बचाव करवाया जिस पर चारों आरोपी धमकी देकर अपने घर की चले गए। मूलरूप से थाना कुलड़िया, बरेली निवासी रिजवान ने बताया कि बीते कई वर्षों से वो मस्जिद में रह रहे हैं, कभी किसी से झगड़ा नहीं हुआ। आरोपियों से भी उनकी कोई रंजिश नहीं है, इसके बावजूद उन्होंने तिरंगा रैली नहीं निकालने दी गयी।
घटना के बाद मदरसा शिक्षक की सूचना पर थाना प्रभारी हरपाल बालियान, एसआई अनूप सिंह मौके पर पहुँचे। उन्होंने आरोपियों के घर दबिश दी लेकिन उससे पहले ही आरोपी भाग खड़े हुए। प्रभारी ने बताया कि दोनों पक्षों में जलसे को लेकर पुराना विवाद है, आरोपियों को जल्द गिरफ्तार कर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
नहीं निकली तिरंगा रैली
आजादी के 75 वर्ष पूरे होने पर जहाँ पूरा देश अमृत महोत्सव मना रहा है वहीं मदरसे के बच्चे इस जश्न से वंचित रह गए। आरोपियों के हमले के बाद जहाँ भारी भीड़ जमा हो गयी, वहीं बच्चों के परिजन भी परेशान हो गए जिस वजह से तिरंगा रैली का कार्यक्रम रद्द करना पड़ा।