बदायूं। जिले में पिछले चार दिनों से हो रही बारिश की वजह से चारों तरफ पानी-पानी हो गया है। शनिवार शाम से लगातार बारिश ने परेशानी और बढ़ा दी है। तेज बारिश के चलते पानी निकासी के सभी इंतजाम फेल हो गए हैं। 24 घंटे से ज्यादा वक्त से बिजली गायब है, भारी बारिश को देखते हुए प्रशासन ने स्कूलों की छुट्टी कर दी है।
शहर के गांधी ग्राउंड रोड, छह सड़का, नई सराय, पटियाली सराय, जवाहरपुरी, कल्यानगर, शहबाजपुर समेत कई जगह सड़के जलमग्न हो गयी हैं। बारिश का पानी दुकानों, मकानों में भर गया है। जिसकी वजह से लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। बारिश के बाद बाजार में खरीदारी पूरी तरह ठप हो गई, ऐसे में कई दुकानदार शटर गिराकर घर चले गए। झमाझम वर्षा की वजह से लोगों को गर्मी से राहत मिल गई है। इससे घरों में पंखा, कूलर और एसी चलाने की जरूरत ही नहीं रही, लोगों को सर्दी का एहसास होने लगा है।
सिविल लाइन थाना क्षेत्र के गांव रसूलपुर बिलहरी में लगातार हो रही बरसात के कारण कच्चा मकान गिर गया। उझानी क्षेत्र के गांव हजरतगंज में रविवार सुबह दिनेश और सुधीर का मकान गिर गया। इसके अलावा दातागंज रोडवेज बस स्टैंड की पिछली दीवार धराशायी हो गयी। हालाँकि गनीमत रही कि इन हादसों में कोई हताहत नहीं हुआ।
हजरतगंज गांव के घरों में घुसा पानी
लगातार बारिश से उझानी क्षेत्र के गांव हजरतगंज में हालात और ज्यादा खराब हो गए हैं। यहाँ दिल्ली हाईवे का फोरलेन होने के बाद नाला निर्माण न होने से पानी की निकासी की कोई व्यवस्था नहीं है। गांव का तालाब ओवरफ्लो हो चुका है जिससे गलियों में हमेशा ही नालियों का गंदा पानी भरा रहता है वहीं बारिश में डेढ़ से दो फुट पानी जमा हो गया है।
पानी लोगों के घरों में घुस रहा है जिस वजह से लोग नरकीय जीवन जीने के लिए मजबूर है। लोग बीते दो दिनों बाल्टियों से घर में से पानी निकाल रहे हैं। जलजमाव की शिकायत अनेक बार जनप्रतिनिधियों व उच्चाधिकारियों से की जा चुकी है लेकिन स्थिति ज्यों की त्यों बनी हुई है। गांव का प्राथमिक स्कूल भी बारिश के पानी में डूब गया है।
बारिश के पानी में डूब गया हाईवे
उझानी क्षेत्र में अम्बेडकर चौराहे से कुढा नरसिंहपुर तक दिल्ली हाईवे बारिश के पानी में डूब गया। हाईवे के साथ नाला निर्माण न होने की वजह से हाईवे किनारे बसी काॅलोनी के लोगों को भी खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। यहाँ भी सब गलियां पानी में डूबी हुई नजर आ रही हैं।
फसल को बड़ा नुकसान
अक्टूबर महीने में फसल पकने के सीजन में बारिश होने से किसानों भारी नुकसान पहुंचा है। खेतों में पानी भरने से किसानों के हाथ बंध गए हैं। कटी फसल पर पानी गिरने से यह सड़ना तय है। दाना अंकुरित हो गया है। बारिश से दाना भी दागी होने की संभावना है। इसका मंडी में दाम भी नहीं मिलेगा। कुल मिलाकर किसान की लागत निकलना भी मुश्किल है। इस बारिश के कारण करीब 15 से 20 फसलों को नुकसान पहुंचा है। यदि बारिश दो से तीन दिन और हुई, तो यह नुकसान बढ़ जाएगा।
24 घंटे से बिजली गायब
जिले के तमाम बिजलीघरों में पानी भर गया है। इससे बिजली व्यवस्था पूरी तरह से बेपटरी हो गई। बीते शनिवार दोपहर शाम तक बिजली बहाल नहीं की जा सकी है। बीते 24 घंटे से अंधेरा छाया है। पॉवर कॉर्पोरेशन के अवर अभियंता सतीश चंद्र ने बताया कि बारिश रुकने के बाद पंप से पानी निकलवाया जाएगा। उसके बाद मशीनें साफ की जाएंगी। इस पूरी प्रक्रिया में कम से कम 24 घंटे का वक्त लगेगा। यह वक्त भी तभी चालू होगा जब बारिश पूरी तरह रुक जाएगी। उन्होंने लोगों से व्यवस्था में सहयोग की अपील भी की है।
दो दिन बंद रहेंगे स्कूल
भारी बारिश के चलते जिलाधिकारी दीपा रंजन के निर्देश पर बीएसए ने अगले दो दिन 12वीं तक के सभी स्कूल बंद रखने का आदेश किया है। उन्होंने बेसिक शिक्षा अधिकारी को आदेश का कड़ाई के साथ अनुपालन सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए हैं।