बरेली/बदायूं। यूपी के बरेली के फरीदपुर थाना क्षेत्र में जमीन पर कब्जे में गैंगवार में 18 नामजद और 15 अज्ञात के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई है। घटना के बाद पुलिस ने बदायूं के उझानी थाना क्षेत्र के तीन युवकों को गिरफ्तार कर लिया है जबकि मुख्य आरोपी सुरेश पाल सिंह तोमर उर्फ सुरेश प्रधान फरार है, पुलिस उसकी तलाश में लगातार छापेमारी कर रही है।
थाना क्षेत्र में बुधवार शाम रामगंगा की कटरी में जमीन पर कब्जे को लेकर हुई फायरिंग में तीन लोगों की मौत हो गई थी। फायरिंग में परमवीर सिंह के पक्ष से परमेंद्र सिंह, देवेंद्र सिंह जबकि दूसरे पक्ष से गुल मुहम्मद की मौत हुई थी। परमवीर सिंह के फार्म हाउस मैनेजर खजांची लाल शर्मा की ओर से सुरेश पाल सिंह तोमर समेत 18 लोगों को नामजद करते हुए करीब 15 अज्ञात हमलावरों के खिलाफ हत्या, हत्या की कोशिश जैसी गंभीर धाराओं में रिपोर्ट कराई है।
गन्ना काटने को लेकर हुआ विवाद
तीन साल पहले चंडीगढ़ से सरदार परमवीर सिंह ने गोविंदपुर व आसपास इलाके में जमीन खरीदकर झाला बनाया। गोविंदापुर गांव में करीब एक हजार बीघा भूमि पर खेती को लेकर विवाद है। इसमें करीब पांच सौ बीघा जमीन परमवीर पक्ष अपनी बताता है जबकि दो सौ बीघा पर जोत को लेकर दोनों गुटों में ज्यादा रस्साकशी है। यह फसल परमवीर ने बोई थी जबकि जमीन पर दावा पूर्व प्रधान सुरेशपाल तोमर का है। बीते कई महीने से दोनों गन्ना काटने को लेकर झगड़ रहे थे। बुधवार शाम इसी जमीन पर परमवीर पक्ष के लोग गन्ना कटान कर रहे थे। आरोप है कि तभी सुरेश पाल सिंह तोमर उर्फ सुरेश प्रधान रामगंगा में स्टीमर से करीब 25 असलहाधारी लोगों को लेकर आया और दोनों पक्षों में तकरार के बाद खेतों में ही फायरिंग शुरू हो गई जिसमे तीन लोगों की मौत हुई।
सुरेश की शिकायत पर लगा 53 लाख का जुर्माना
सुरेश पक्ष ने पिछले छह माह में सरदार परमवीर के खिलाफ फरीदपुर थाने में सात मुकदमे दर्ज कराए हैं जिसमें छेड़छाड़, एससी एक्ट, जान से मारने की कोशिश समेत तमाम मुकदमे हैं। सुरेश ने परमवीर को भूमाफिया साबित करने के लिए शासन में शिकायत की थी। तब फरीदपुर तहसील प्रशासन ने एक टीम बनाकर मौके पर जांच कराई जिसमें परमवीर सिंह का कब्जा बंजर भूमि पर पाया गया। तहसीलदार कोर्ट ने पहले सरदार परमवीर सिंह के खिलाफ नोटिस जारी किया। जवाब न मिलने पर लेखपाल की रिपोर्ट पर तहसीलदार कोर्ट ने नौ जनवरी को परमवीर सिंह को बेदखल कर हर्जाना 53 लाख रुपये वसूलने का आदेश जारी किया।
पुलिस की छापेमारी, दर्ज हैं 36 मुकदमे
घटना के बाद से ही मूल रूप से रायपुर हंस निवासी सुरेश फरार है। पुलिस उसकी तलाश में जगह जगह छापेमारी कर रही है। सुरेश प्रधान कई साल से परिवार समेत बदायूं जनपद के उझानी कस्बा के किलाखेड़ा मोहल्ले में रहता है। घटना के बाद से यहाँ आवास पर सन्नाटा पसरा हुआ है, परिवार के सभी सदस्य फरार हैं। बीती रात से पुलिस यहाँ भी निगरानी रख रही है। मुख्य आरोपी के खिलाफ बरेली के फरीदपुर, इज्जतनगर, कैंट और बदायूं के उझानी, दातागंज थानों में कुल 36 मुकदमें दर्ज हैं। इनमे आर्म्स एक्ट, गैंगस्टर एक्ट, हत्या जैसे मामलों की संगीन धाराएँ हैं।
2012 में लड़ा था विधानसभा चुनाव
सुरेश पाल तोमर ने साल 2012 के विधानसभा चुनाव में महानदल और कांग्रेस के गठबंधन से बदायूं की बिल्सी सीट से चुनाव लड़ा था हालाँकि इस चुनाव में हार का सामना करना पड़ा। चुनाव के बाद सुरेश ने सपा का दामन थाम लिया। समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेता बनबारी सिंह यादव और पूर्व सांसद धर्मेन्द्र यादव से सुरेश प्रधान की खासी नजदीकी रही। उझानी आवास पर अक्सर बैठकों का दौर चलता था। पार्टी की तमाम गतिविधियों में सक्रिय भूमिका के मद्देनजर सपा ने सुरेश प्रधान को जिला संगठन का पदाधिकारी भी बनाया। साथ ही गन्ना विभाग में बरेली से डेलीगेट भी बनाया था।
तीन युवक गिरफ्तार
गोविंदपुर में गैंगवार में फरीदपुर पुलिस ने उझानी के मोहल्ला गौतमपुरी निवासी अभिषेक पुत्र राधेश्याम, गांव पंखिया नगला निवासी लुकमान हुसैन पुत्र रही मोहम्मद और गांव निजामपुर निवासी मुनेन्द्र पुत्र फूल सिंह को गिरफ्तार किया है। युवकों के मुताबिक सुरेश पाल सिंह तोमर उन्हें खेत पर कब्जा छुड़ाने के बाद गन्ने की फसल बेचकर पैसे बांटने के लालच में ले गया था। युवकों का कहना है कि जब सरदारों ने जब विरोध किया तो हम लाठी-डंडो और तमंचे से हमलावर हो गए। पुलिस ने युवकों के पास से एक तमंचा, दो लाठी और एक कार भी बरामद की है।
सुपुर्द ए खाक हुआ गुल मुहम्मद
गैंगवार में मारा गया गुल मोहम्मद मूलरूप से बदायूं के कछला के मोहल्ला पंखिया नगला का निवासी था। पोस्टमार्टम के बाद गुरुवार देर शाम उसका शव कछला पहुँचा तो परिवार में चीख पुकार मच गयी। बाद में पुलिस बल की मौजदूगी में उसे कब्रिस्तान में सुपुर्द ए खाक किया गया। बताया जाता है कि गुल मोहम्मद एक नाविक था और बीते कई साल से सुरेश प्रधान के साथ रहता था। बुधवार शाम को गुल मोहम्मद ही स्टीमर लेकर रामगंगा की कटरी में पहुँचा था।