संभल। संभल में भाजपा सांसद को घर बुलाकर स्वागत करना भाजपा पदाधिकारी को महंगा पड़ गया। इलाके के लोगों ने मुस्लिम भाजपा नेता की मस्जिद में जमकर पिटाई कर दी। पुलिस ने मामले में 10 लोगों को नामजद करते हुए 15-20 अज्ञात लोगों पर मुकदमा दर्ज किया है। मारपीट का वीडियो सोशल मीडिया में वायरल है।
रजपुरा निवासी शाह आलम भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा का मंडल अध्यक्ष है। बीते बुधवार को शाह आलम ने बदायूं सांसद डा.संघमित्रा मौर्या को घर बुलाकर उनका स्वागत किया था। इस मौके पर मोर्चा से जुड़े लोगों की बैठक भी हुई थी। उधर, शुक्रवार को हमेशा की तरह शाह आलम मस्जिद में नमाज के लिए पहुंचा। आरोप है कि नमाज के बाद रजपुरा के ही रहने वाले अब्दुल लईक ने माइक पर उसे अपमानित किया। उसने ऐलान किया कि कुछ लोग मुसलमान होकर भी भाजपा के साथ हैं। ऐसे लोगों को मस्जिद में घुसने की इजाजत नहीं दी जानी चाहिए और बिरादरी से बाहर कर दिया जाना चाहिए। इसका विरोध करने पर शाह आलम और उसके समर्थकों के साथ जमकर मारपीट की गई।
लोगों ने मारपीट की सूचना पुलिस को तुरंत दी लेकिन उसके काफी देर बाद पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस के पहुंचने से पहले ही आरोपी मौका पाकर भाग गए। मस्जिद में भी मंडल अध्यक्ष के साथ मारपीट के दौरान पंद्रह मिनट तक मस्जिद में हंगामा होता रहा। मस्जिद के बाहर मुस्तैद पुलिसकर्मियों ने हालात संभाले। मस्जिद के अंदर हुई मारपीट के दौरान वहां मौजूद लोगों ने वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दी। पीड़ित शाह आलम, शमी मोहम्मद और नासिर ने ग्राम प्रधान को नामजद करते हुए 10 लोगों के खिलाफ पुलिस को तहरीर दी है।
बीच सड़क पर चलती रहीं लाठियां, लोग बनाते रहे वीडियो
अल्पसंख्यक मोर्चा के मंडल अध्यक्ष शाह आलम के साथ मस्जिद में हुई मारपीट के बाद शाम को कुछ लोगों ने अल्पसंख्यक नेता के समर्थकों पर लाठी-डंडों संग हमला करके उन्हें लहूलुहान कर दिया। इस दौरान आरोपियों ने जुबैर, जैब, शमी मोहम्मद और फैजान पर लाठी-डंडे बरसाए। एक युवक सड़क पर गिर गया लेकिन आरोपी उसके बाद भी लाठियां मारते रहे। वहां मौजूद अधिकतर लोग मूकदर्शक बने देखते रहे जबकि कुछ लोग वीडियो बनाते रहे। देर शाम इस मारपीट की वीडियो भी लोगों ने सोशल मीडिया पर वायरल कर दी। पुलिस वायरल वीडियो के आधार पर कार्रवाई कर रही है।
पुलिस ने मारपीट की बताई अलग कहानी
शाह आलम का आरोप है कि वो भाजपा में हैं और संघमित्रा मौर्य को घर बुलाया था, इस वजह से उन्हें बुरी तरह पीटा गया तो वहीं दूसरी तरफ पुलिस ने राजनीतिक प्रतिद्वंदिता को सिरे से नकार दिया है। सीओ गुन्नौर आलोक सिद्धू ने बताया कि दोनों पक्षों में दुकानों के किराए को लेकर विवाद चल रहा है। इस मामले में पुलिस की तरफ से 10 लोगों को नामजद करते हुए 15-20 अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। वहीं शाम को दोबारा से दोनों पक्षों में मारपीट की जानकारी मिली है। वायरल वीडियो के आधार पर मारपीट करने वाले आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जाएगा।