उझानी(बदायूं)। सड़क किनारे या बाजार में अगर आप किसी फूड स्टॉल पर कुछ खाने जा रहे हैं तो जरा सतर्क हो जाएं। आप अपने फास्ट फूड को जिस ‘टमेटो सॉस’ के साथ चटखारे लेकर खाते हैं, वह सॉस नकली हो सकती है। इसे खाने के बाद बिमारियों का शिकार हो सकते हैं। उझानी में मंगलवार को खाद्य एवं औषधि विभाग (एफडीए) ने नकली सॉस बनाने की फैक्ट्री पकड़ी है। एफडीए ने सॉस के नमूने जांच के लिए प्रयोगशाला भेज दिए हैं।
नगर के मोहल्ला बहादुरगंज में गायत्री फूड्स के नाम से चल रही फैक्ट्री पर दोपहर करीबन दो बजे खाद्य एवं औषधि विभाग के सहायक आयुक्त सीएल यादव के नेतृत्व में चार सदस्यीय टीम ने छापा मारा। यहां हालात को देखकर अधिकारी भी हैरान रह गए कि सॉस के लिए टमाटर ही नहीं मिले। सॉस बनाने के लिए मक्का का आटा, अरारोट, सोडियम, हरा और लाल रंग के अलावा सैक्रीन और एक प्रकार के लिसलिसे गोंद जैसे पदार्थ का इस्तेमाल किया जा रहा था।
फैक्ट्री के अंदर तीन भगौनों में करीब चार सौ लीटर टोमेटो और एक भगौना में चिली सॉस मिला। इसके बाद दोनों सॉस के चार नमूने लेकर जांच को भेजे गए हैं। जिसके बाद भगौनों में भरा मिला दोनों तरह के सॉस को नष्ट कर दिया गया। इसके अलावा अधिकारियों को सॉस के 140 पाउच भी बरामद हुए जिन्हें सीज कर दिया गया है। वहीं छापेमारी के दौरान फैक्ट्री मालिक मौके से खिसक गया।
चायनीज फास्ट फूड के साथ खा रहे लोग
बताया जाता है कि इस फैक्ट्री में बनने वाला सॉस छोटे और बड़े फास्ट फूड के दुकानदारों को सप्लाई किया जाता था। फैक्ट्री से 100 से ज्यादा दुकानदार थोक में नकली सॉस खरीद कर ले जाते थे। सस्ते दाम में सॉस को खरीदकर वे चाट, पकौड़ी, चाउमीन समेत चायनीज फास्ट फूड आइटमों के साथ ग्राहकों को खिला रहे थे।