मुजरिया(बदायूं)। एसएसपी कार्यालय में एक मनचले की शिकायत कर घर लौट रही छात्रा पर तेज़ाब से हमले के आरोपी को शुक्रवार को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। मुजरिया क्षेत्र में हुई इस वारदात के बाद मुजरिया इंस्पेक्टर भी सवालों के घेरे में हैं वहीं छात्रा का जिला अस्पताल में इलाज चल रहा है।
मुजरिया थाना क्षेत्र के एक गांव की बीए द्वितीय वर्ष की छात्रा बुधवार को एसएसपी कार्यालय पहुंची थी। उसने बताया था कि गांव इस्माइलपुर मेवली के ही प्रधान भूप सिंह का बेटा महेशपाल उर्फ बंटू उसके पीछा पड़ा है। वह उसकी बात न मानने पर जान से मारने की धमकी दे रहा है। शिकायत के बाद छात्रा बुधवार देर शाम छात्रा मुजरिया में बस से उतरने के बाद घर की ओर पैदल रास्ते से जा रही थी। छात्रा के मुताबिक तभी युवक बाइक लेकर पहुंच गया और उसके ऊपर तेजाब फेंक दिया। उसकी चीखपुकार सुनकर गांव के कई लोग आ गए। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और पीड़िता को जिला अस्पताल में भर्ती कराया।
पीडित छात्रा ने आरोपित युवक के साथ प्रेम प्रसंग भी कबूला है। छात्रा ने सीओ सहसवान रामकरन को दर्ज कराए बयान में कहा है कि जब वह इंटर में पढ़ रही थी तब उसका प्रेम प्रसंग शुरू हुआ था। आरोपी महेश ने शादी का झांसा देकर उसका दुष्कर्म किया और वीडियो भी बना ली। छात्रा का कहना है कि वह उसके साथ पति-पत्नी की तरह रह रही थी। इस दौरान वह दो बार गर्भवती हुई। दोनों बार गर्भपात करा दिया। आखिर में उसने शादी करने से मना कर दिया। जिसके बाद वो पीछा करने लगा, पुलिस से शिकायत की तो आरोपी महेश ने उस पर तेजाब फेंक दिया। जिसके बाद आरोपी युवक के खिलाफ एसिड अटैक समेत शादी का झांसा देकर यौन उत्पीड़न का मुकदमा कायम किया गया था।
मुजरिया पुलिस ने सुनी होती तो न होती जघन्य वारदात
तेज़ाब हमले के बाद पीड़ित छात्रा अभी खतरे से बाहर है लेकिन जब उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया तो उसकी चीखों ने सबके रोंगटे खड़े कर दिए थे। मनचले की शिकायत के लिए उसने मुजरिया थाना के कई चक्कर लगाए गए थे लेकिन दबंग प्रधान के आगे इंस्पेक्टर मुजरिया जयभगवान सिंह ने छात्रा की एक न सुनी। मजबूरन छात्रा को एसएसपी के दफ्तर जाना ही पड़ा और वापस आते वक्त जघन्य वारदात हो गयी। मुजरिया थाना की लापरवाही की सजा एक मासूम छात्रा को मिली है, इस मामले में आरोपी ही नहीं बल्कि इंस्पेक्टर मुजरिया भी बराबर के दोषी हैं।