उझानी। डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के दौरे के मद्देनजर प्रशासन को अतिक्रमण की याद आ गयी। उनके आवागमन मार्ग से रेहड़ी-पटरी, ठेले हटवा दिए। सुबह माइक से चेतावनी भी दे दी गयी हालाँकि इस मार्ग के अलावा अन्य मार्ग बदहाल ही रहे।
रविवार को डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य नगर के महात्मा गाँधी खेल मैदान पर क्रिकेट प्रीमियर लीग का उदघाटन करने आए। डिप्टी सीएम नगर के बदायूं रोड से स्टेशन रोड होते हुए खेल मैदान तक पहुँचे। सीएम के दौरे वाले इस मार्ग को चकाचक कर दिया गया है। बदायूं रोड पर काफी समय से फल-सब्जी, फास्ट फूड समेत अन्य सामानों की रेहड़ी-पटरी, ठेले और ई-रिक्शा चालकों ने कब्जा किया हुआ है।
सड़क के दोनों ओर अतिक्रमण के कारण जाम की स्थिति बनी रहती है। लोगों का पैदल निकलना भी मुश्किल हो जाता है लेकिन शनिवार शाम से ही पुलिस और नगर पालिका प्रशासन ने इस मार्ग पर अतिक्रमणकारियों को चेतावनी जारी कर दी। रविवार सुबह भी माइक से एनाउंसमेंट करवा दिया गया जिसके बाद यहाँ भी एक शख्स नजर नहीं आया। दुकानदारों ने भी अपना सामान अंदर समेट लिया। नतीजतन रविवार को इस मार्ग पर सन्नाटा पसरा रहा।
खेल मैदान के पीछे से हटा कूड़े का ढेर, गड्डे भी भर गए
नगर पालिका ने महत्मा गाँधी खेल मैदान के पीछे डंपिंग ग्राउंड बना रखा है। अलग अलग मोहल्लों से कूड़ा लाकर यहाँ डाल दिया जाता है। डिप्टी सीएम को खेल मैदान में पिछले दरवाजे से लाया गया, इसके लिए यहाँ कूड़े के ढेर भी हटा दिए गए। साथ ही उनके इस मार्ग पर पड़ने वाले गड्डों को भी रातोंरात भर दिया गया।
सड़क पर चल रहा है कारोबार
बदायूं रोड पर सीमेंट, टाईल्स, साज सज्जा समेत कई तरह की दुकानें हैं। इनका सामान फुटपाथ पर ही रहता है। यहाँ कुछ बाइक, कार, ट्रैक्टर-ट्राली समेत अन्य वाहन मिस्त्रियों ने भी दुकानें खोल रखी है। इनका सारा कारोबार फुटपाथ और सड़क पर ही चलता है। दुकानदारों का सामान बाहर होने की वजह से सड़क तंग होती जा रही है। यहां से अतिक्रमण हटाया गया लेकिन, अब फिर सभी दुकानदार पुराने ढर्रे पर आ गए।
कोतवाली और नगर पालिका के सामने ही अतिक्रमण
पुलिस और नगर पालिका प्रशासन ने डिप्टी सीएम के आवागमन मार्ग से अतिक्रमण तो हटा दिया लेकिन इन दोनों के ही सामने अतिक्रमण फैला हुआ है। यहाँ फास्ट फूड के ठेलों ने फुटपाथ पर कब्जा जमाया है। बीते 7 जून को एसएसपी डॉ.ओपी सिंह ने यहाँ का दौरा कर अतिक्रमण हटाने का आदेश दिया था लेकिन किसी के कानों में जूं नहीं रेंगी। एसएसपी ने यहाँ कोतवाली के सामने खड़े ट्रक को भी हटाने का आदेश दिया था लेकिन यह ट्रक अभी तक यहाँ खड़ा हुआ है।
यहां भी हालात खराब हैं
कछला रोड, स्टेशन रोड, बिल्सी रोड, अनाज मंडी आदि जगहों पर भी ख़ासा अतिक्रमण है। लेकिन, कार्रवाई के नाम पर खानापूर्ति होती है। नगर पालिका चेयरमैन पूनम अग्रवाल बस चुनावी मौसम में बाहर निकलती है इसीलिए इस अतिक्रमण का उन पर कोई खास फर्क पड़ता भी नहीं है।
मुख्यमंत्री का आदेश दरकिनार
19 मई को सीएम योगी आदित्यनाथ ने सड़को को अतिक्रमण मुक्त करने का आदेश दिया था, मुख्यमंत्री ने कहा है कि अतिक्रमण की समस्या को समाप्त करना स्थानीय प्रशासन की जिम्मेदारी है। इसमें लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों की जवाबदेही तय की जाएगी। उनके इस आदेश का पालन कराने से लिए शुरूआत में अफसरों को चिंता रही। कुछ स्थानों पर बुलडोजर से अतिक्रमण हटाया भी गया। लेकिन बाद में इस अभियान को ठंडे बस्ते में डाल दिया गया। अब हाल यह है कि जहां से अतिक्रमण हटाया गया था। वहां फिर पुरानी स्थिति बन गई है।
सीएम योगी ने की थी गरीबों की चिंता
आम आदमी को परिवार का भरण-पोषण करना है। ऐसे में वो कोई न कोई काम तो करेगा ही। नौकरी न मिलने की सूरत में कम पैसों में सबसे आसान काम रेहड़ी-पटरी लगाना, ठेलों पर सामान बेचना ही लगता है लेकिन उनका यह काम आम और खास सभी के लिए तब परेशानी का कारण बनने लग जाता है, जब यह अतिक्रमण का रूप ले लेता है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ऐसे गरीबों की चिंता करते हुए हर कस्बा, नगर, शहरों में वेंडिंग जोन बनाने का आदेश दिया था। हैरानी की बात है कि इस आदेश को महीनों बीत गए हैं लेकिन नगर में अभी तक वेंडिंग जोन नहीं बना है। जिस वजह से सड़के अतिक्रमण से जूझ रही हैं।