उझानी (बदायूं)। नगर के अशर्फी देवी कन्या इंटर कॉलेज में छात्राओं से वसूली का सिलसिला लगातार जारी है। भ्रष्टाचार के कई मामलों में चल रही जांच के बावजूद भी स्टॉफ और प्रधानाचार्या अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे हैं।
यूपी सरकार ने प्रदेश की गरीब कन्याओं का जीवन सवारने के लिए कन्या सुमंगला योजना की शुरुआत की है। ऑनलाइन आवेदन के बाद इस योजना का लाभ 6 श्रेणी के तहत मिल रहा है। इसके तहत एक अप्रैल 2019 के बाद जन्मी बेटी को दो हजार रुपये, 1 अप्रैल 2018 के बाद जन्मी के एक साल के अंदर सभी प्रकार के टीके लगवाने पर एक हजार रुपये मिल रहे हैं। इसके अलावा चालू सत्र में कक्षा 1 में दाखिला कराने पर दो हजार रुपये, कक्षा 6 में दो हजार रुपये, कक्षा 9 में दाखिला कराने पर तीन हजार रुपये और कक्षा 12वीं या दो साल का डिप्लोमा कोर्स करने पर पांच हजार रुपये दिए जाएंगे।
प्रदेश में बाल विवाह, अशिक्षा जैसी कुप्रथा से कन्याओं को बचाने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ महत्वाकांक्षी योजना को अब नगर का कन्या इंटर कॉलेज पलीता लगाने में जुट गया है। कॉलेज प्रशासन गरीब परिवारों की बेटियों को शिक्षा के माध्यम से सशक्त बनाने की बजाए उनसे उगाही हो रही है। कॉलेज की ओर से छठी और नौवी कक्षा की छात्राओं को फॉर्म बांटे गए हैं। छात्राओं का आरोप है कि फॉर्म के बदले उनसे 70 रुपये वसूले गए हैं।
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अशर्फी देवी कॉलेज में भ्रस्टाचार का यह पहला मामला नही हैं। कभी शिक्षक दिवस तो कभी वजीफे के फॉर्म के नाम पर वसूली का यह सिलसिला वर्षों से चल रहा है। हाल ही में कक्षा-छह से इंटर तक की छात्राओं से फीस और प्रवेश के नाम पर अवैध वसूली के मामले में जांच अधिकारी ने स्कूल का दौरा किया था जिसमे शिकायतकर्ता, स्टॉफ और प्रधानाचार्या के बयान दर्ज हुए थे। इस मामले को ग्रामीण चेतराम ने शिकायत की थी जिसके बाद छात्राओं को लौटाने का आदेश भी किया गया था। आरोप है कि सभी छात्राओं को रुपये नहीं लौटाए गए थे। बाद में सिपट्टर सिंह सोलंकी ने मुख्यमंत्री को पत्र भेजकर शिकायत की।
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ऐसा ही वसूली का मामला पिछले साल मुफ्त किताब-बस्तों में आया था। सर्व शिक्षा अभियान के तहत कन्यायों को बांटी गयी किताबों-बस्तों में छात्राओं से वसूली की गयी, इस मामले में खबर प्रकाशित होने के बाद घबराए प्रशासन ने छात्राओं को रुपये लौटा दिए थे। कॉलेज प्रशासन ने उस वक्त छात्राओं से बाहर ऐसे बयान न देने की धमकी भी दी थी।