उझानी (बदायूं)। उझानी में अम्बेडकर पार्क में संविधान शिल्पी डा. भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा को बीती रात अराजक तत्वों ने खंडित कर दिया। बुधवार सुबह जब प्रतिमा के खंडित होने की जानकारी स्थानीय लोगों को हुई तो आक्रोश भड़क गया। इसके बाद लोगों ने चौराहे पर जाम लगा दिया। सूचना पर पुलिस पहुंच गई। पुलिस ने पहले तो जाम खुलवा दिया लेकिन भीड़ बढ़ने पर लोगों ने फिर से जाम लगा दिया। बड़ी संख्या में लोगों के सड़क पर उतर आने से हाईवे की रफ्तार को ब्रेक लग गया। प्रशासन ने मूर्ति बदलने और मुकदमा दर्ज करने का आश्वासन भी दिया लेकिन भीड़ हाइवे से हटने को तैयार नहीं हुई। काफी मशक्कत के बाद करीबन डेढ़ घंटे जाम खुला।
नगर में बाईपास पर डा. अंबेडकर की प्रतिमा काफी समय से यहां के पार्क में लगी हैं। इस प्रतिमा को करीब 5 वर्ष पहले भी खंडित किया गया था। उस समय प्रतिमा को मामुली क्षति पहुंचाई गई थी। प्रशासन प्रतिमा को बदल दिया गया, साथ ही चारों ओर जाली भी लगा दी गयी। लेकिन इस बार प्रतिमा को काफी क्षति पहुंचाई गई है। प्रतिमा के कान पर चोट से सिर धड़ से अलग कर दिया गया। सुबह जब लोग पार्क में पहुंचे तो उनकी नजर अंबेडकर प्रतिमा पर पड़ी। इसके बाद अंबेडकर अनुयाई लोग, महिलाएं बच्चे सभी पार्क की ओर दौड़ पड़े। सूचना पर इंस्पेक्टर मनोज कुमार भी पुलिस बल के साथ पहुँच गए। आक्रोशितों ने जमकर नारे बाजी की। वहीं पुलिस प्रशासन ने खंडित प्रतिमा को बदले जाने एवं आरोपियों की शिनाख्त कर कार्रवाई करने के भरोसा दिया। इस बात पर तमाम अंबेडकर अनुयाई मानने को राजी नहीं हुए।
इसके बाद भीड़ हाइवे पर पहुँच गयी और वहां जाम लगा दिया। पुलिस ने लोगों को समझाकर जाम खुलवाया। इस तरह तीन बार जाम लगाने की कोशिश हुई। खंडित प्रतिमा की खबर जगंल की आग की तरह फैली और धीरे धीरे भीड़ बढती गयी। भीड़ बढ़ने पर लोगों के हौसले बुलंद हो गए और हाइवे पर फिर से जाम लगा दिया। हाईवे पर ईंटें-पत्थर डालकर महिलाएं और बच्चे बैठ गए। हाईवे जाम होने के कारण दिल्ली-बदायूं और बरेली-मथुरा मार्ग में वाहन फंस गए। इस दौरान करीबन दो किलोमीटर तक वाहनों की कतार लग गयी। सूचना पर सीओ शक्ति सिंह और एसडीएम सदर एसपी वर्मा भी पहुंच गए। काफी मशक्कत के बाद करीबन डेढ़ घंटे बाद जमा खुला। इसके बाद पुलिस ने भी राहत की सांस ली।
अम्बेडकर पार्क के आसपास से हटाया गया अतिक्रमण
अम्बेडकर पार्क के दो दरवाजे हैं। इन दोनों ही दरवाजों पर अतिक्रमण और गंदगी रहती है। नगर पालिका प्रशासन से इसकी सुध कभी नहीं ली लेकिन प्रतिमा खंडित होने के बाद स्थानीय लोगों ने इसका विरोध किया तो अधिशासी अधिकारी अब्दुल सबूर तुरंत जेसीबी लेकर पहुँच गए। जेसीबी को देखकर दुकानदारों ने अतिक्रमण हटाना शुरू किया दिया। साथ ही पालिका के कर्मचारियों ने अम्बेडकर पार्क की सफाई भी की।
वहीं सीओ शक्ति सिंह का कहना है कि मामले की जांच करते हुए आरोपितों की तलाश शुरू कर दी गई है और जल्द ही उन्हें काबू में कर लिया जाएगा। फिलहाल स्थिति सामान्य है और समाज के लोगों से भी बातचीत की जा रही है।