बिल्सी(बदायूं)। एमपी/एमएलए कोर्ट ने भाजपा के बिल्सी विधायक हरीश शाक्य समेत 16 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के आदेश दिए हैं। इस मामले में एक युवक ने करोड़ों की जमीन कब्जाने, प्रताड़ना और अपनी पत्नी के साथ सामूहिक दुष्कर्म जैसे गंभीर आरोप लगाए हैं। हालाँकि भाजपा विधायक इससे पहले भी विवादों में रह चुके हैं।
भाजपा ने साल 2022 में हरीश शाक्य को बिल्सी से प्रत्याशी बनाया था। इस सीट से कुल 12 लोगों ने भाजपा से टिकट माँगा था लेकिन पार्टी ने हरीश शाक्य पर दांव लगाया। जब चुनाव नतीजे सामने आए तो जनपद की सभी विधानसभाओं में हरीश शाक्य को ही सबसे ज्यादा वोटों से जीत मिली। उन्होंने 25,115 वोटों से जीत दर्ज की। इससे पहले साल 2017 के चुनाव में बतौर भाजपा जिलाध्यक्ष उनके नेतृत्व में भाजपा ने बिसौली, बिल्सी, दातागंज व शेखूपुर सीटों पर जीत दर्ज की थी।
महंत से नोकझोंक का ऑडियो हुआ था वायरल
वहीं विधायक बनने के बाद कुछ वक्त बाद हरीश शाक्य और एक महंत भार्गवानंद गिरि की बातचीत का ऑडियो वायरल हुआ। इस ऑडियो में विधायक ने महंत पर शराब पीकर गदर मचाने का आरोप लगाया। वही महंत ने भी उनसे कहा कि लखनऊ का रास्ता वो भी जानते हैं और अपनी पर आ गए तो ठाकुरों के किसी गांव में नहीं घुसने देंगे। इसमें महंत ने चुनाव के दौरान आर्थिक मदद पहुंचाने का दावा किया विधायक का कहना है कि चुनाव के दौरान जो चंदा दिया गया था वह महंत ने नहीं बल्कि किसी और ने दिया था। जबकि महंत का कहना है कि चंदा देने वाला उनसे पूछ कर ही सारा काम करता है। विधायक ने कहा की बात को सुन ले तो महंत ने कहा कि तू तड़ाक बात मत करो इस पर विधायक कुछ नरमी से पेश आने लगे महंत ने यह भी कहा कि पूरी बात की रिकॉर्डिंग हो रही है।
महंत ने कहा कि आप इलाके के ठाकुरों और ब्राह्मणों को धमकी देते हो जबकि लखनऊ हमने भी देखा है। जवाब में विधायक ने कहा कि रिकॉर्डिंग से कोई फर्क नहीं पड़ता तू बाबा बना फिरता है और शराब पीकर गदर करता है। चुनाव में जो पैसे दिए हैं वह वापस आकर ले जाएं। उस वक्त महंत ने यह तक दिया कि जब से तुम जिलाध्यक्ष थे तब से तुम्हारी हिस्ट्री जानते हैं। अगर हम अपनी पर आ गए तो तुम ठाकुरों को एक गांव में नहीं घुस पाओगे।
महंत ने लगाया मारपीट का आरोप
वहीं इसके बाद महंत भार्गवानंद गिरि का एक वीडियो सामने आया। इस वीडियो में उन्होंने कहा कि दीपावली के दौरान विधायक से फोन पर विवाद हुआ था। इसका ऑडियो भी वायरल हुआ। उन्होंने कहा कि रात में हमले के बाद उन्हें आश्रम छोड़ना पड़ा। गांव के पूर्व प्रधान ने मदद न की होती तो कुछ भी हो सकता था। वहीं विधायक हरीश शाक्य ने इन आरोपों को निराधार बताया था। उन्होंने कहा कि महंत उनसे शासन की नीति विरुद्ध काम कराना चाहते हैं। राशन कोटा कराने के लिए ऐसा कर रहे हैं।
लोकसभा में क्षत्रिय समाज ने किया विरोध
हरीश शाक्य से क्षत्रिय समाज नाराज चल रहा है। नगर के बरी बाला बाईपास पर क्षत्रिय समाज के लोग महाराणा प्रताप की प्रतिमा लगवाना चाहते हैं। केंद्रीय मंत्री बीएल वर्मा ने भी इस मांग का समर्थन किया। आरोप है कि बिल्सी के भाजपा विधायक इससे सहमत नहीं हैं। इसी को लेकर क्षत्रिय समाज उनसे खफा है। यह नाराजगी कई बार चर्चा का विषय बनी लेकिन लोकसभा चुनाव के दौरान क्षत्रिय समाज के लोग खुलकर विरोध में आ गए। दरअसल भाजपा ने इस चुनाव में दुर्विजय शाक्य को प्रत्याशी बनाया था। दुर्विजय शाक्य के समर्थन में क्षत्रिय महासभा की ओर से उझानी कस्बा में कार्यक्रम रखा गया था। इसमें केंद्रीय मंत्री बीएल वर्मा, पूर्व मंत्री विमल कृष्ण अग्रवाल, विधायक हरीश शाक्य समेत कई लोग शामिल हुए। इसी दौरान स्थानीय मुद्दों पर चर्चा करते हुए लोगों ने हरीश शाक्य के खिलाफ नारेबाजी कर दी। इसके बाद विधायक अपनी गाड़ी में बैठकर चले गए।
वहीं जब चुनाव नतीजे आए तो भाजपा प्रत्याशी दुर्विजय शाक्य को हार का सामना करना पड़ा। इस चुनाव में सपा प्रत्याशी आदित्य यादव ने 35269 मतों से भाजपा के दुर्विजय सिंह शाक्य को हरा दिया। माना जाता है कि क्षत्रिय समाज की नाराजगी ने भाजपा को बड़ा नुकसान पहुँचाया। जहाँ हरीश शाक्य को अपने विधानसभा चुनाव में 93,500 वोट मिले थे। वहीं दुर्विजय शाक्य को लोकसभा चुनाव में 90434 वोट दिलवा सके हैं। इस लोकसभा चुनाव में अंदरखाने में आपसी फूट के चलते भाजपा का बेस वोट बैंक कट गया।
लखनऊ तक पहुंचा मामला
वहीं साल के अंत में भाजपा विधायक के खिलाफ में जमीन हड़पने और यौन अपराध जैसे गंभीर आरोप लग गए हैं। एसीजेएम सेकेंड की कोर्ट ने पुलिस को 10 दिन में आदेश का पालन कर रिपोर्ट देने का आदेश दिया है। यह मामला राजधानी लखनऊ तक पहुँच गया है। बदायूं में भाजपा नेताओं पर प्रॉपर्टी डीलिंग और जमीनों के धंधे में शामिल होने के पहले भी आरोप लगाते रहे हैं। चर्चाएँ है कि इस घटना के बाद कई और पीड़ित सामने आ सकते हैं।