बदायूं। जम्मू कश्मीर के कुपवाड़ा में आतंकियों से मुठभेड़ में शनिवार को बदायूं के मोहित राठौड़ शहीद हो गए। इस घटना में 4 जवान घायल भी हुए हैं। मोहित के शहीद होने की खबर के बाद से ही गांव में मातम पसरा गया है। आज मोहित का शव गांव पहुंचेगा। उसके बाद पूरे सम्मान के साथ उन्हें अंतिम विदाई दी जाएगी।
थाना इस्लामनगर क्षेत्र के गांव सभानगर निवासी राइफलमैन मोहित राठौर(27) पुत्र नत्थू सिंह राठौर वर्ष 2017 में सेना में भर्ती हुए थे। स्वजन के अनुसार, उनकी तैनाती राजस्थान के जैसलमेर में थी मगर 20 दिन पहले सर्च आपरेशन के लिए कश्मीर बुला लिया गया था। शनिवार तड़के जानकारी मिली कि कुपवाड़ा में सर्च अभियान के दौरान आतंकियों से सामना हो गया। उनकी टोली ने एक आतंकी को मार गिराया। शेष आतंकियों ने मोहित पर निशाना साध दिया। चार गोलियां लगने के कारण वह बलिदान हो गए।
बहन की शादी की थी जिम्मेदारी
मोहित अपने परिवार में तीन बहनों के बीच में इकलौता भाई था। इसमें बड़ी बहन रुचि और छोटी नीतू की भी शादी हो चुकी है। सबसे छोटी बहन पूजा की शादी के लिए रिश्ते की बात चल रही थी। मोहित की मां कलावती का 12 वर्ष पूर्व देहांत हो चुका है। फौज में नौकरी मिल जाने के बाद वह अपने पिता को आश्वस्त करके गया था कि पापा, बहन की शादी की चिंता मत करना। शादी की पूरी जिम्मेदारी हम उठाएंगे, वापस लौटूकर रिश्ता पक्का कर देंगे।
आज घर पहुंचेगा शव
आतंकी हमले में जान गंवाने के बाद शनिवार दोपहर जम्मू में मोहित का पोस्टमार्टम कराया गया। उसके बाद उनका पार्थिव शरीर बरेली लाया गया। रविवार सुबह बरेली से सेना की यूनिट उन्हें गांव अपने साथ लेकर पहुंचेगी। सलामी देने के बाद उन्हें मुखाग्नि दी जाएगी।
250 की आबादी सेना में हैं 12 नौजवान
सभानगर में गांव के 12 अन्य लोग फौज में सैनिक हैं। दो युवा अग्निवीर हैं, सात लोग पुलिस में, दो पीएसी में और दो युवतियां महिला पुलिसकर्मी हैं। मोहित के चचेरे भाई फौजी दीपक रजौरी में तैनात हैं। खानदान के सदस्य संतोष कुमार, ऋषिपाल और हरकेश भी सेना में हैं। थाना प्रभारी हरेंद्र सिंह ने बताया कि रविवार सुबह तक बलिदानी की पार्थिव देह गांव पहुंचेगी। दोपहर को सम्मान के साथ उन्हें अंतिम विदाई दी जाएगी।