उझानी। भारतीय किसान यूनियन के नेता को गोली मारने के मामले में शनिवार को कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया। यूनियन के संगठनों ने पुलिस की रिपोर्ट में एक अज्ञात आरोपी को शामिल न करने का आरोप लगाया। जिसके बाद कोतवाल द्वारा सभी आरोपियों की गिरफ्तारी के आश्वासन पर मामला शांत हुआ, भाकियू ने प्रकरण में निष्पक्ष जांच न करने पर आन्दोलन की चेतावनी दी है।
शनिवार को भाकियू असली, भाकियू टिकैत और भाकियू राष्ट्रवादी गुट के नेता एक साथ कोतवाली पहुँच गए। पूर्व मंडल उपाध्यक्ष भागमल चौधरी को गोली मारने के मामले में भाकियू जिलाध्यक्ष कृष्णपाल सिंह राठौर ने पुलिस प्रशासन पर रिपोर्ट में अज्ञात हमलावर का नाम न शामिल करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि भागमल चौधरी के बेटे रोहिताश ने दो नामजद आरोपियों के साथ एक अज्ञात हमलावर का जिक्र भी किया था लेकिन पुलिस ने रिपोर्ट में दो आरोपियों को ही शामिल किया है।
वहीं कोतवाल विनोद चाहर ने यूनियन नेताओं को शांत करते हुए रिपोर्ट में तीसरे अज्ञात आरोपी को शामिल करने की बात कही है, उन्होंने कहा कि गोली लगने के बाद रोहिताश से मिली तहरीर में दो नामजद आरोपियों गजेंद्र व देवेंद्र का ही जिक्र था जिनकी गिरफ्तारी हो चुकी है। इस दौरान भाकियू असली जिलाध्यक्ष कृष्णपाल सिंह राठौर, भाकियू(टिकैत)) प्रदेश महासचिव दिग्विजय सिंह, भाकियू(राष्ट्रवादी) जिला महासचिव आसिम उमर, विशन कुमार बाल्मीकि, गंगा सिंह शाक्य, चन्द्रमोहन वर्मा समेत सैकड़ो लोग मौजूद रहे।
गौरतलब है कि गुरूवार रात घर के बाहर सो रहे भागमल चौधरी पेट में गोली मार दी गयी थी। जिसके बाद उन्हें गंभीर हालत को देखते हुए बरेली रेफर कर दिया गया, फिलहाल उनकी हालत स्थिर बनी हुई है।