बदायूं। लॉकडाउन के दौरान चोरी छुपे खुली दुकानों को बंद कराने के दौरान सीओ सिटी व बदायूँ के भाजपा के जिलाध्यक्ष के दुकानदार भाई के बीच झड़प हो गई। बाद में पुलिस ने मुकदमा पंजीकृत किया है।
कोरोना का चेन तोड़ने के लिए प्रदेश सरकार ने 17 मई तक के लिए बंदी की घोषणा कर रखी है। जिले में शासन द्वारा लागू कोरोना कर्फ्यू के दौरान बाजार बंद नहीं हो रहा है। जनपद में व्यापारियों से लेकर आम जनता ने कोरोना कर्फ्यू की धज्जियां उड़ा रखी है। पुलिस की मुस्तैदी का अंदाजा तीन दिन पहले में शहर में जिला-ए-काजी के जनाजे में उमड़ी भीड़ से लगाया जा सकता है। वहीं शुक्रवार को सीओ सिटी ने छह सड़का के पास रेडीमेड गारमेंट्स की दुकानें खुली देखी तो वहां पहुँच गए। भाजपा जिलाध्यक्ष अशोक भारती का भाई व्यापारी ज्योति प्रकाश वैश्य लॉकडाउन में भी चोरी छुपे रेडीमेड गारमेंट की दुकान में ग्राहकों को अंदर बैठा कर सामान बेच रहा था। इस दौरान शटर बंद था, लेकिन अंदर कई खरीददार जमे हुए थे।
जब सीओ सिटी ने दुकान खोलने का कारण पूछते हुए कार्रवाई की बात कही तो व्यापारी की सीओ सिटी साथ बहस हो गई। इस दौरान भाजपा में गहमागहमी का माहौल बना रहा। एसपी नगर प्रवीण सिंह चौहान ने बताया कि आरोपी दुकानदार के खिलाफ सदर कोतवाली में लॉकडाउन उल्लंघन की धारा 188 के तहत मुकदमा पंजीकृत करा दिया गया है। मामले की जांच की जा रही है।
पुलिस की ढील से बुलंद हैं लोगों के हौसले
कोरोना का चेन तोड़ने के लिए प्रदेश सरकार ने 17 मई तक के लिए बंदी की घोषणा कर रखी है। जनपद में भी लॉकडाउन चल रहा है। केवल आवश्यक सेवाओं की दुकानों को खोलने की छूट दी गई है। नियमों के उल्लंघन करने वालों के खिलाफ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सख्त कार्रवाही के आदेश दिए हैं। इसके बावजूद जनपद में मुख्यमंत्री का आदेश बस कागजी ही रह गया है।
शहर से लेकर उझानी, बिल्सी, सहसवान, बिसौली हर जगह बर्तन, कपड़ा, जेवर, मिठाई सहित अन्य प्रतिबंध दुकानें प्रतिदिन खुल रही है। निर्धारित समय सीमा के बावजूद किराना स्टोर भी व्यापार कर रहे हैं। दुकान स्वामी शटर डालकर बाहर बैठे रहते हैं वहीं अंदर ग्राहकों की भीड़ रहती है। प्रशासन के आंख में धूल झोंकने के लिए बाहर से ताला लगा दिया जाता है। उसके बाद खरीदारी पूरी हो जाने के बाद ताला खोल कर उन्हें निकाला जाता है। ऐसा भी नहीं है कि पुलिस को इसकी जानकारी नहीं हैं लेकिन पुलिस के तेवर आजकल ढीले पड़े हुए हैं।
पुलिस की मुस्तैदी का अंदाजा शहर में जिला-ए-काजी के जनाजे में उमड़ी हजारों लोगों की भीड़ से लगाया जा सकता है। दो दिन पहले ही काजी-ए-जिला शेख अब्दुल हमीद मोहम्मद सालिमुल कादरी के जनाजे में भारी जनसैलाब उमड़ा। जनाजे में शामिल लोगों ने कोरोना संक्रमण की कोई परवाह नहीं की। बिना मास्क के हजारों लोग जनाजे में शामिल हुए। शारीरिक दूरी को भी पूरी तरह से दरकिनार कर दिया गया। उनके जनाजे को कंधा देने के लिए मुरीदों के बीच मारा-मारी मची रही। इस दौरान पुलिस-प्रशासन ने भी कुछ नहीं किया। लेकिन सोशल मीडिया में जब लोगों ने पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाए तो पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया।