बदायूं। भाजपा सरकार पर अब तक दूसरी सरकारों की योजना के नामकरण का आरोप लगता था लेकिन अब योजना को ही अपने नाम करने का मामला सामने आया है। जिस पर भाजपा ने अपनी मुहर भी लगा दी है, जिसके बाद योगी सरकार की उपलब्धियों पर उनके ही पार्टी नेताओं ने सवाल उठा दिए हैं।
प्रदेश की योगी सरकार तीन वर्ष पूरा करने पर उपलब्धियों का बड़े स्तर पर बखान कर रही है। इसके लिए सभी 403 विधानसभाओं में उपलब्धियों की बुकलेट तैयार कराई की गयी हैं। प्रदेश भर में सरकार द्वार कराये गये कामों की जानकारी इस बुकलेट में प्रकाशित की गयी है। लेकिन जिले में यह बुकलेट सवालों के घेरे में हैं। इस बुकलेट में सांसद संघमित्रा मौर्य सहित विधानसभावार तमाम विधायकों की तस्वीरों को प्रकाशित किया गया है। जिसमे समाजवादी पार्टी के पूर्व सांसद धर्मेन्द्र यादव की सांसद निधि से कराए गए विकास कार्यों को भाजपा सांसद संघमित्रा मौर्य की उपलब्धि बताते हुए बड़े जोर शौर से प्रकाशित किया है।
बदायूं के मौहल्ला महाराज नगर में डॉ. सुनील के मकान से सक्सेना के घर तक और मौहल्ला कबूलपपुरा गौटिया में शकील के मकान से मुबीन के मकान तथा फिरासत के मकान से डॉ सलमान के मकान तक सीसी सडक का निर्माण सांसद निधि से धर्मेन्द्र यादव के कार्यकाल हुआ था, जबकि बुकलेट में भाजपा सांसद संघमित्रा ने अपनी उपलब्धि बताया है। भाजपा की बुकलेट में प्रकाशित विकास कार्यों की लम्बी सूची है जिन पर धर्मेन्द्र यादव के कार्यकाल में सांसद निधि से काम हो चुका है।
वहीं बिल्सी विधानसभा क्षेत्र के कस्बा उझानी ब्लॉक के गाँव अब्दुल्लागंज में कुंवरसेन के घर से नरेश चन्द्र शर्मा और हेतराम के घर से रविन्द्र सक्सेना के घर तक सीसी रोड़ का निर्माण हुआ। करीबन 4 लाख की लागत से सडक का निर्माण धर्मेन्द्र यादव की सांसद निधि के तहत हुआ था लेकिन योगी सरकार की बुकलेट में इसे भाजपा सांसद द्वारा कराए गए कार्यों का नाम दिया गया है।
विकास के दावों की हकीकत यहीं नहीं थमती। फरवरी 2018 में कस्बा उझानी के मौहल्ला गौतमपुरी स्थित पार्क में संविधान निर्माता बाबा साहब भीमराव अम्बेडकर की प्रतिमा को असमाजिक तत्वों ने नुकसान पहुँचाया था। जिसके बाद स्थानीय लोगों में भारी रोष था। मामला धर्मेन्द्र यादव के पहुँचा तो उन्होंने प्रतिमा की सुरक्षा को प्रमुखता देते हुए की पार्क की चारदीवारी करवा दी और गेट भी लगवाया। इसके बाद उन्होंने यहाँ से एक राजनैतिक सभा भी की। लेकिन भाजपा की बुकलेट में इसे भी संघमित्रा मौर्य की सांसद निधि से कराए गए कार्यों के साथ जोड़ा गया है।
इसके अलावा सहसवान विधानसभा में गाँव सराय संवाल में पुलिया से छत्रपाल के घर तक, गाँव मड़ारी सिधारपुर में प्राथमिक विद्यालय से शिशुपाल के घर तक, गाँव नगला चोई के मजरा चंदनपुर में सीसी सडक और नाली निर्माण का काम भी सांसद निधि के तहत धर्मेन्द्र यादव के कार्यकाल में हुआ था जिसे भाजपा सरकार ने अपना विकास कार्य बताने में कोई कसर नहीं छोड़ी गयी है। सहसवान के ही गाँव सराय सांवल और गाँव बहतपुर के बारातघरों को भी सांसद निधि के तहत दिखाया गया है जबकि इनका निर्माण भी समाजवादी पार्टी से पूर्व सांसद धर्मेन्द यादव की निधि के तहत हुआ था।
जाहिर है संघमित्रा मौर्य को जिले की सांसद के तौर में अभी एक साल भी नही हुआ है, उनकी निधि की पहली किश्त हाल ही में जारी हुई है, जिससे अभी तक सड़क, बारातघर, नाली निर्माण सम्बंधित कोई विकास कार्य नहीं हुआ। जिसके बावजूद पूर्व सांसद के विकासकार्यों को उनके साथ बुकलेट में दिखाना लोगों के बीच चर्चा का विषय है। समाजवादी पार्टी ने इस मामले में हमला बोलते हुए कहा कि भाजपा झूठ की राजनीति करती है। संघमित्रा मौर्य को अभी तक 100 मीटर सडक नहीं बनवाई है, इस मामले को प्रमुखता से उठाया जाएगा।