उझानी। मनरेगा सहित अन्य विकास कार्यों में व्याप्त भ्रष्टाचार के विरोध में शुक्रवार को ग्राम प्रधानों ने विरोध प्रदर्शन किया। विकास खंड के प्रधानों ने ब्लॉक अधिकारियों पर मनरेगा योजना में 18 प्रतिशत कमीशन मांगने का आरोप लगाया। ग्राम प्रधानों ने केंद्रीय मंत्री बीएल वर्मा से मुलाकात कर कमीशनखोरी सहित शोषण बंद किए जाने की मांग की।
शुक्रवार को ब्लॉक क्षेत्र के ग्राम प्रधान अपने संगठन के बैनर तले एकत्र हुए और ब्लॉक के कर्मचारियों पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए। ग्राम प्रधान का आरोप है कि सभी प्रधानों से फाइल स्वीकृत कराने के नाम पर कमीशन मांगा जा रहा है, जो ग्राम प्रधान कमीशन नहीं देता, उसकी फाइल को इधर से उधर को भेजते रहते हैं और आखिर में उसे टरका दिया जाता है। प्रधान ब्लॉक के चक्कर काटते रहते हैं लकिन गाँव में कोई विकास कार्य नहीं हो पाता।
प्रधान नवीन कुमार का आरोप है कि टीए प्रशांत कुमार ने उनसे गाँव की एक सड़क निर्माण के नाम पर कमीशन माँगा है, जिसकी उनके पास रिकोर्डिंग भी है। ग्राम प्रधानों का कहना है कि वह सरकार से मिलने वाली धनराशि से वह गांवों का विकास कराएं या फिर उस धनराशि में भ्रष्टाचार करें।
ग्राम प्रधानों ने पंकज सक्सेना के नेतृत्व में केन्द्रीय मंत्री बीएल वर्मा से मुलाकात कर ब्लाक अधिकारियों और कर्मियों की कमीशनखोरी के संदर्भ में अवगत कराया जिस पर केन्द्रीय मंत्री ने ऐसे अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई कराने का आश्वासन दिया है।