बदायूं। शहर में दो भाइयों की हत्या मामले में पुलिस ने दो आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है हालाँकि एक आरोपी को पुलिस ने वारदात के 3 घंटे बाद एनकाउंटर में मार गिराया। इस मुठभेड़ में इंस्पेक्टर गौरव विश्नोई भी घायल हुए हैं। वहीं बुधवार को पुलिस ने फ्लैग मार्च निकाला। पुलिस प्रशासन ने शांति स्थापित करने की अपील की है।
बाबा कॉलोनी निवासी मृतकों बच्चों के पिता विनोद कुमार ठाकुर ने अपनी शिकायत में बताया है कि अलापुर थाना क्षेत्र के गांव सखानू निवासी साजिद और जावेद का उनका घर के सामने सैलून है। मंगलवार शाम को दोनों बाइक से घर पर आए। साजिद ने मेरी पत्नी से कहा कि उसकी पत्नी गर्भवती है, उसे अस्पताल ले जाना है। साजिद ने मेरी पत्नी से 5 हजार रुपये मांगे। मेरी पत्नी रुपये निकाल रही थी इसी बीच साजिद ने कहा कि उसको घुटन हो रही है, छत पर खुली हवा में जा रहा है। इसके बाद साजिद अपने भाई जावेद के साथ छत पर चला गया, जहाँ उन्होंने मेरी दो बच्चों आयुष प्रताप और आहान प्रताप की हत्या कर दी। जावेद ने तीसरे बेटे पीयूष पर भी हमला किया जिसमे वो घायल हो गया। वारदात के बाद दोनों आरोपी भाग गए। विनोद ने अपनी शिकायत में बताया है कि दोनों आरोपियों से उनकी कोई दुश्मनी नहीं थी।
वहीं एसएसपी आलोक प्रियदर्शी ने बुधवार सुबह को पुलिस बल के साथ संवेदनशील इलाकों में फ्लैगमार्च किया बताया। उन्होंने बताया कि कानून-व्यवस्था बिल्कुल सामान्य है। शहर में कोई दिक्कत नहीं है। जनपद में हर जगह स्थिति सामान्य है। हम सोशल मीडिया पर नजर बनाए हुए हैं। आरोपी साजिद अपना नाई का खोखा पीड़ित परिवार के घर के समाने रखता था। उसके घर में आना-जाना भी था। कल शाम 7:30 बजे वे घर के अंदर गया और छत पर दोनों बच्चे खेल रहे थे उन पर हमला किया और दोनों बच्चों की हत्या कर दी। वे जब जाने लगा तो भीड़ ने पकड़ने की कोशिश की लेकिन वे भीड़ से निकल कर भाग गया। पुलिस को सूचना मिलते ही पुलिस ने मौके पर पहुंच कर स्थिति को संभाला। पुलिस ने घेराबंदी कर उसे पकड़ने की कोशिश की तो उसने पुलिस पर फायर किया। जवाबी फायरिंग में उसकी मृत्यु हो गई।
क्या है पूरा मामला?
मंडी समिति पुलिस चौकी से 500 मीटर दूर बाबा कॉलोनी में ठेकेदार विनोद ठाकुर अपने परिवार के साथ रहते हैं। विनोद की पत्नी संगीता अपने मकान के निचले हिस्से में ब्यूटी पार्लर चलाती हैं। विनोद ठाकुर ने अपने तीनों बेटों का दाखिला नजदीक के ही शिव देवी सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज में कराया था। आयुष कक्षा छह का छात्र था, जबकि अहान एलकेजी में पढ़ता था। पीयूष कक्षा तीन का छात्र है। उनके मकान के सामने ही कस्बा सखानू के रहने वाले साजिद की बाल काटने की दुकान है। मंगलवार देर शाम दोनों भाइयों ने उस्तरे से गला रेतकर दो बच्चों की हत्या कर दी गई। हत्या के बाद दोनों आरोपी फरार हो गए।
वहीं मौके पर चीख-पुकार मच गई। बड़ी संख्या में लाेग इकट्ठा हो गए। नृशंस हत्या देख उनका गुस्सा बढ़ने लगा। इधर आक्रोशित भीड़ ने साजिद की दुकान तोड़कर सामान निकाला और सड़क पर रखकर फूंक दिया। आसपास के चार दुकानों को आग के हवाले कर दिया। इस बीच पुलिस को भी सूचना दी गई। परिजन और आसपास के लोग मौके पर हंगामा करने लगे। घर वाले पुलिस को शव कब्जे में नहीं लेने दे रहे थे। भीड़ ने मृतकों के घर को घेर लिया था। भीड़ गेट के बाहर और अंदर जमा हो गई थी। पुलिस को भी अंदर नहीं जाने दे रही थी। पुलिस अफसरों ने उन्हें काफी समझाया और कड़ी कार्रवाई का आश्वासन दिया। लेकिन वे मानने को तैयार नहीं थे। इसके बाद पैरामिलिट्री बुलाई गई। तब जाकर भीड़ और घरवाले शांत हुए। सवा घंटे बाद पुलिस शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज सकी। रात में ही शवों का पोस्टमार्टम हुआ, बुधवार सुबह उनके शव परिजनों को सौंप दिए गए।
एनकाउंटर में मारा गया साजिद
जब थाना पुलिस मौके पर पहुंची तो लोगों ने बताया कि हत्यारोपी साजिद खून से सना हुआ घर से बाहर निकलकर भागा हुआ है। इससे पुलिस उसके पीछे लग गई। पुलिस लोकेशन को ट्रेस करते हुए सिविल लाइन थाने के शेखूपुरा जंगल में पहुंची। पुलिस के मुताबिक पहले आरोपी ने पुलिस टीम पर फायरिंग की, जिससे पुलिस को फायरिंग करनी पड़ी। इसमें हत्यारोपी साजिद मारा गया। तो वहीं गोली लगने से इंस्पेक्टर गौरव बिश्नोई को भी गोली लग गई। उन्हें जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। हालत गंभीर होने पर इंस्पेक्टर को आईसीयू वार्ड में भर्ती कराया गया है। जहां उनका उपचार चल रहा है।
आईजी डॉ. राकेश कुमार कहना है कि हत्यारोपी घर से निकलकर भागा था। पुलिस उसका पीछा कर रही थी। पहले उसने गोली चलाई फिर पुलिस ने फायरिंग की। इसमें आरोपी पुलिस मुठभेड़ में मारा गया। घटना के तीन घंटे के भीतर आरोपी मुठभेड़ में ढेर हो गया। उसे दो गोलियां लगी हैं। बच्चों की हत्या के कारण का पता लगाया जा रहा है। मामले में आगे की कार्रवाई की जा रही है।