बदायूं। उत्तर प्रदेश के जनपद बदायूं में महिला जज का शव फंदे से लटका मिला है। इसकी जानकारी मिलते ही पुलिस-प्रशासन में हड़कंप मच गया। मौके पर डीएम-एसएसपी समेत तमाम अधिकारी पहुंच गए। पुलिस ने सरकारी आवास के कमरे का दरवाजा तोड़कर शव को फंदे से उतारा। जज के पास से एक सुसाइड नोट भी मिला है। हालांकि, उसमें क्या लिखा है। यह अभी पता नहीं चल पाया है।
ज्योत्सना राय मूल रूप से मऊ जिले की रहने वाली थीं। वह बदायूं में सिविल जज जूनियर डिवीजन की मुंसिफ मजिस्ट्रेट थीं। इससे पहले वह अयोध्या में भी तैनात रह चुकी थीं। वह वर्ष 2019 में सिविल जज बनी थीं। 29 वर्षीय ज्योत्सना की अभी शादी नहीं हुई थी। वह शहर कोतवाली क्षेत्र में स्थित जजी कालोनी सरकारी आवास में रहती थी। शनिवार सुबह समय पर कार्यालय न पहुंचने पर उनकी कोर्ट के कर्मचारियों ने कॉल की तो वह रिसीव नहीं हुई। इस पर कर्मचारी आवास पर पहुंचे तो काफी आवाज और खटखटाने पर दरवाजा नहीं खुला। इसके बाद करीब साढ़े दस बजे सूचना पुलिस को दी गई। पुलिस दरवाजा तोड़कर अंदर गई तो सिविल जज जूनियर डिवीजन ज्योत्सना राय का शव फंदे से लटका हुआ मिला। घटना को देख सब हैरान रह गए। शव के पास में ही मोबाइल पड़ा था और दूसरे कमरे का सामान भी बिखरा हुआ था।
कोतवाली इंस्पेक्टर विजेंद्र सिंह ने सूचना एसएसपी आलोक प्रियदर्शी को दी। इस पर डीएम मनोज कुमार और एसएसपी आलोक प्रियदर्शी मौके पर पहुंचे। पुलिस ने शव को फंदे से उतारा और पंचनामा की कार्रवाई कर पोस्टमार्टम के लिए भेजा है। पुलिस अधिकारियों ने घटना की जानकारी सिविल जज के परिजनों को दे दी है।
वहीं एसएसपी आलोक प्रियदर्शी ने बताया कि ज्योत्सना राय रोज सुबह साढ़े 10 बजे अपने दफ्तर पहुंच जाती थीं। आज जब वो समय से अपने दफ्तर नहीं पहुंची तो उनके सहयोगियों ने उनको फोन किया। कई बार फोन नहीं उठाने पर उनके घर पर कुछ कर्मचारियों को भेजा गया। वहां काफी देर तक उन्होंने दरवाजा खटखटाया। लेकिन अंदर से कोई रिस्पांस नहीं मिला। इसके बाद पुलिस को मामले की जानकारी दी गई। पुलिस दरवाजा तोड़कर घर के अंदर गई तो उनका शव लटका हुआ था। एसएसपी ने कहा कि पुलिस सभी एंगल पर जांच कर रही है।