बदायूं। थाना मूसाझाग अंतर्गत तिगुलापुर गांव में जहरीली शराब से हुई तीन लोगों की मौत के मामले में मूसाझाग इंस्पेक्टर और आबकारी इंस्पेक्टर समेत चार लोगों को निलम्बित कर दिया गया है आचार संहिता लागू होने के बावजूद शराब गाँव में पहुँचने को लेकर पुलिस सवालों के घेरे में हैं।
शुक्रवार को मूसाझाग के तिगुलापुर में शराब पार्टी के बाद प्रेमदास (50 साल), संजय मौर्य(25) व अमर सिंह(28) पुत्र रामपाल की तबियत खराब हुई। गुरूवार की रात इलाज के दौरान संजय मौर्य की मौत हो गयी। शुक्रवार सुबह प्रेमदास ने दम तोड़ दिया, जबकि अमर सिंह की आंखों की रोशनी चली गई। उसे जिला अस्पताल से अलीगढ़ रेफर कर दिया गया। इससे पहले गुरूवार को मुन्नालाल(50 साल) की सबसे पहले तबियत खराब हुई थी। बरेली इलाज के लिए ले जाते वक्त रास्ते में ही उनकी मौत हो गयी।
परिवार वालों ने बिना पोस्टमार्टम के शव का अंतिम संस्कार कर दिया। परिवार के लोगों ने इसकी सूचना जिला प्रशासन को भी नहीं दी। जब बृहस्पतिवार रात संजय, प्रेमदास और अमर की सिंह की हालत बिगड़ी। तब परिवार वालों को यकीन हुआ कि मुन्नालाल की मौत भी शराब पीने से हुई थी। हालांकि प्रशासन मुन्नालाल की मौत को शराब पीने से नहीं मान रहा है।
फ़िलहाल एसएसपी संकल्प शर्मा ने प्रारंभिक जांच के बाद थाना प्रभारी अमित कुमार, हलका इंचार्ज उपदेश कुमार और बीट सिपाही अक्षय को निलंबित कर दिया है। साथ ही आबकारी इंस्पेक्टर वाणी विनायक मिश्रा को भी निलंबित कर दिया। पुलिस ने इस मामले में अब तक प्रधान पद के दावेदार सत्यभान उसके भाई ब्रजभान, दूसरे दावेदार पूर्व प्रधान रामस्वरूप समेत गांव के रामकिशोर को गिरफ्तार किया है।