उझानी। नगर में पक्षियों की संदिग्ध मौत का मामला सामने आया है। स्थानीय लोगों के अनुसार बीते एक माह करीबन आधा दर्जन पक्षियों की मौत हो चुकी है। आसमान में उड़ते हुए पक्षी की गिरकर मौत हुई है, वन विभाग मामले की जांच करवाएगा।
मोहल्ला किलाखेडा निवासी सुबोध माहेश्वरी ने बताया कि मंगलवार शाम करीबन 4 बजे एक पक्षी की गिरकर मौत हुई जिसके बाद उसे उठाकर दफना दिया गया। बीते एक माह में 6 पक्षियों की मौत हुई है। शुरुआत में उन्होंने सामान्य घटना समझा लेकिन पक्षियों की इस तरह से मौत के मामले बढ़ रहे हैं।
उनके बेटे अभिषेक माहेश्वरी ने जब पक्षी के सम्बन्ध में इंटरनेट पर सर्च किया तो इसकी पहचान कोपर्समिथ बारबेट के रूप में हुई। अभिषेक ने बताया कि 5 दिन पहले भी कोपर्समिथ बारबेट आसमान से गिरा तो पड़ोसी बच्चे उसे उठाकर लाए थे, जिसके बाद उसे हीटर से गर्माहट दी। उसकी हालत में सुधार हुआ लेकिन करीबन एक घंटे बाद उसने दम तोड़ दिया। स्थानीय निवासी रमेश गुप्ता ने बताया कि 4 कोपर्समिथ बारबेट के अलावा एक कोयल और एक दूसरी प्रजाति के पक्षी की भी आसमान से गिरने से मौत हुई है।
इस मामले में वन विभाग के डीएफओ अशोक कुमार सिंह ने बताया कि पक्षियों की मौत की जांच की जाएगी जिसके बाद ही मौत का सही कारण पता चल सकता है। वहीं देर रात वन विभाग से भुवन चन्द्र बेलवाल ने घटनास्थल पर पहुंचकर एक मृत पक्षी को अपने कब्जे में लिया है।
पशु-पक्षियों के हितों में काम करने वाली संस्था पीएफए के जिलाध्यक्ष विकेंद्र शर्मा ने बताया कि कोपरसमिथ बारबेट एक एशियाई पक्षी है, जो भारतीय उपमहाद्वीप और दक्षिण पूर्व एशिया में पाया जाता है। इसे छोटा बसंता, ठठेरा, कठखोरा, मराठी- जुकटुक, सोनार, ताम्बट नामों से भी जानते हैं। ये पक्षी टुक-टुक-टुक की आवाज निकालता है जैसे कि कोई ठठेरा एक हथोड़े से धातु को मार रहा हो। कोपरसमिथ बारबेट की इस तरह मौत हैरान करती है, यह जांच का विषय है।