बदायूं। जालंधरी सराय के संक्रमित युवक ने क्वारटीन होने के एक नाई से बाल कटवाए थे, अब नाई का सैंपल भेजा गया है। साथ ही उसके परिवार को होम क्वारंटीन किया गया है। चिंता की बात ये है कि नाई ने 70 अन्य लोगों के भी बाल और शेविंग की है।
दिल्ली से लौटा युवक कोरोना संक्रमित मिल जाने के बाद शहर के जालंधरी सराय और आसपास के एरिया सील कर दिया गया है। जालंधरी सराय मुहल्ला का जो युवक संक्रमित मिला है वह अपने भाई के साथ दिल्ली के सीलमपुर मुहल्ले में टेलरिंग का काम करता था। जनता कर्फ्यू के अगले ही दिन दोनों घर आ गए थे। जिसके बाद उन्हें होम क्वारंटीन कर दिया गया। लेकिन लापरवाह युवक और उसका भाई न सिर्फ आस पडोस में घूमते रहे बल्कि सैम्पल लेने के दो दिन बाद एक पड़ोसी नाई की दुकान पर जाकर बाल भी कटवा आए।
कोरोना संक्रमित युवक का सैंपल लेने के दो दिन बाद उसने मोहल्ले की दुकान में शेखूपुर निवासी एक नाई से बाल कटवाए थे। अब युवक की रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद नाई का भी सैंपल लिया गया है। उझानी सीएचसी के चिकित्साधीक्षक डॉ. सुयश दीक्षित ने आज सुबह स्वास्थ्य कर्मियों की टीम भेजकर एंबुलेंस के जरिए उसे जिला अस्पताल के कोरोना वार्ड में भर्ती करा दिया। जहाँ उसका सैंपल लिया गया। चिकित्साधीक्षक ने बताया कि उसके परिवार में पत्नी, दो बच्चों सहित एक बहन को होम क्वारंटीन किया गया है। उन्होंने बताया कि नाई ने 70 लोगों के बाल और शेविंग की हैं। आगे की कार्यवाही नाई की कोरोना रिपोर्ट पर निर्भर होगी, हालाँकि नाई के सम्पर्क में आए लोगों में वो मुश्किल से 10 लोगों को ही जानता है।
असंतोषजनक स्थिति में यूहीं ही नही आया बदायूं
उत्तर प्रदेश का बदायूं लॉकडाउन की स्थिति को लेकर 40 असंतोषजनक जिलों में शामिल है। इसके पीछे एक बड़ी लापरवाही सामने आ रही है, शहर में कोरोना पॉजिटिव माँ-बेटा लॉकडाउन के बावजूद कासगंज में मोहन मोहल्ला में अपने रिश्तेदार की बर्थडे पार्टी में शामिल हुए थे। कासगंज के युवक की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव मिलने के बाद जिले में अलर्ट आया जिसके बाद परिवार का सैंपल लिया गया था।
वहीं शेखूपुर निवासी इस नाई की जालंधरी सराय इलाके में खोखानुमा दुकान है। वह लॉकडाउन में रोजाना ही शेखूपुर से बदायूं जाकर अपनी दुकान खोलता था। दुकान पर वह कोरोना संक्रमित युवक के साथ साथ 70 लोगों के सम्पर्क में आया है। लॉकडाउन में उसका लगातार आना जाना चलता और दुकान भी खुली। जाहिर है कि नाई की दुकान में ग्राहकों से सम्बन्धित कोई रजिस्टर नहीं होता, ऐसे में अगर नाई की रिपोर्ट पॉजिटिव आती है तो प्रशासन को दूसरे ग्राहकों को तलाशने में भारी मशक्कत करनी पड़ेगी।